Current Affairs 23-Sep-2024
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 17-21 सितंबर 2024 तक भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 8वें भारत जल सप्ताह 2024 (IWW-2024) का आयोजन किया गया।
Current Affairs 23-Sep-2024
मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी वित्तपोषण पर नजर रखने वाली वैश्विक वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (Financial Action Task Force : FATF) ने भारत के लिए पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की है।
Current Affairs 23-Sep-2024
मुंबई में एक हाई-प्रोफाइल मेडिको-लीगल मामले में घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद पोस्ट-ऑपरेटिव संक्रमण के कारण एक ऑर्थोपेडिक सर्जन और एक प्रसिद्ध अस्पताल मुकदमे का सामना कर रहे हैं। इसीप्रकार, बैंगलोर में भी एक मरीज वेंटिलेटर से जुड़े मरीज वेंटीलेटर से जुड़े एसिनेटोबैक्टर निमोनिया से संक्रमित हो गया
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में, मुंबई उच्च न्यायालय ने संशोधित आईटी नियम, 2023 को रद्द करने का निर्णय दिया है। ये नियम केंद्र सरकार को गलत सूचनाओं की निगरानी के लिए एक तथ्य-जांच इकाई स्थापित करने की अनुमति देते थे।
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में केरल में कलारीपयट्टू मास्टर्स और अभ्यासकर्ता संघों द्वारा केरल खेल परिषद के खिलाफ कथित भेदभावपूर्ण व्यवहार के लिए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया।
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में भारतीय वायु सेना ने रॉयल एयर फोर्स ऑफ ओमान के साथ अभ्यास ईस्टर्न ब्रिज VII को सफलतापूर्वक पूरा किया
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्वाड नेताओं के छठे शिखर सम्मेलन में भाग लिया
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सिंगापुर में इन्वेस्ट इंडिया के नए कार्यालय का उद्घाटन किया।
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में सरकार ने एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह को अगला वायु सेना प्रमुख नियुक्त किया
Current Affairs 23-Sep-2024
हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा 'राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक' 2024 जारी किया गया।
Important Terminology 23-Sep-2024
यह भारत में ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा अपनाई गई एक विलय नीति थी। इस नीति के तहत किसी भी शासक के नि:संतान होने पर उसे अपने उत्तराधिकारी को गोद लेने का अधिकार नहीं था। शासक की मृत्यु होने के बाद या सत्ता का त्याग करने पर उस क्षेत्र को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था।