28 अगस्त को प्रधानमंत्री जन-धन योजना के 10 वर्ष पूर्ण हुए हैं। प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त 2014 को इसकी घोषणा की गयी थी और 28 अगस्त 2014 को इसे लागू किया गया था।
विशेषताएं :
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन है जो वहनीय तरीके से वित्तीय सेवाओं जैसे - बैंकिंग/बचत तथा जमा खाते, विप्रेषण, ऋण, बीमा, पेंशन तक पहुंच सुनिश्चित करती है।
जेडीवाई(JDY) खाताधारकों के लिए रुपे डेबिट कार्ड दिए गए हैं, जिसमें शुरुआत में 1 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा प्रदान किया जाता था।
28 अगस्त, 2018 के बाद खोले गए खातों के लिए दुर्घटना बीमा 2 लाख रुपये का कर दिया गया है।
योजना के अंतर्गत पात्र खाताधारक 10,000 रुपये तक के ओवरड्राफ्ट (OD) सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
इस योजना लाभार्थियों को उनकी मृत्यु पर 30,000 का जीवन बीमा सामान्य शर्तों की प्रतिपूर्ति पर देय होता है।
जेडीवाई, डायरेक्ट लाभ ट्रांसफर (DBT), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), अटल पेंशन योजना (APY) और माइक्रो यूनिट्स रिकवरी एंड रिफाइनेंस एजेंसी बैंक (MUDRA) योजना के लिए भी पात्र हैं।
योजना की सफलता
21 अगस्त 2024 तक प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) के लाभार्थियों की कुल संख्या 53.20 करोड़ थी।
इसमें से 35.42 करोड़ लाभार्थियों के खाते ग्रामीण/अर्धशहरी क्षेत्रों में स्थित बैंक शाखाओं खोले गए हैं और 17.78 करोड़ खाते मेट्रो शहरों में स्थित बैंक शाखाओं में खोले गए हैं।
योजना के कुल लाभार्थियों में महिलाओं की संख्या आधे से अधिक 29.60 करोड़ है।
खोले गए कुल जन-धन बैंक खातों में से 36.21 करोड़ खातों के लिए रुपे डेबिट कार्ड जारी किया गया है।
सभी जन-धन बैंक खातों में कुल मिलाकर रु.229988.84 करोड़ की राशि जमा है।
क्या आप जानते हैं?
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) के अंतर्गत प्राप्त उपलब्धियों को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी मान्यता दी गई।
यह उपलब्धि भारत सरकार के वित्तीय सेवा विभाग को 23 से 29 अगस्त, 2014 के बीच खोले गये सर्वाधिक खातों के लिए प्रदान की गई।