प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी मुख्य परीक्षा – सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
संदर्भ -
- तेलंगाना सरकार ने पिछड़ा वर्ग की तर्ज पर अल्पसंख्यकों को भी 100 फीसदी अनुदान के साथ एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है।
मुख्य बिंदु-
- अल्पसंख्यक कल्याण सचिव सैयद उमर जलील के अनुसार,वित्तीय वर्ष 2022-23 में जो आवेदन प्राप्त हुए थे, लेकिन लंबित थे, उन्हें 100% प्रत्यक्ष सब्सिडी की मंजूरी चालू वित्तीय वर्ष के लिए दिया जाएगा।
- ईसाई आवेदकों से नए आवेदन मांगे जाएंगे और योजना को ‘तेलंगाना राज्य ईसाई अल्पसंख्यक वित्त निगम’ के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार से एक लाभार्थी के लिए सब्सिडी लागू होगी।
- आवेदकों की आयु 2 जून 2023 को 21 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उनकी वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्रों में ₹1.5 लाख और शहरी क्षेत्रों में ₹2 लाख प्रति वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- लाभार्थियों का चयन जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निगरानी समिति/जिला स्तरीय स्क्रीनिंग सह चयन समिति द्वारा किया जाएगा ।
गंगा-जमुनी तहजीब को बढ़ावा-
- योजना की घोषणा करते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने जाति और धार्मिक आधार से ऊपर उठकर गरीबी उन्मूलन के लिए काम करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
- सरकार ने विभिन्न समुदायों के हित में कई योजनाएं शुरू की थीं। यह शिक्षा, रोजगार और अन्य क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदायों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध थीं।
- सरकार द्वारा "गंगा-जमुनी तहजीब" को जारी रखने के लिए शुरू की गई योजनाओं के सार्थक परिणाम आ रहे हैं और उनका प्रभावी कार्यान्वयन भविष्य में भी जारी रहेगा।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- हाल ही में किस राज्य ने पिछड़ा वर्ग की तर्ज पर अल्पसंख्यकों को भी 100 फीसदी अनुदान के साथ एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है?
(a) राजस्थान (b) कर्नाटक (c) पश्चिम बंगाल (d) तेलंगाना
उत्तर - (d)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न - हाल ही में तेलंगाना सरकार ने पिछड़ा वर्ग की तर्ज पर अल्पसंख्यकों को भी 100 फीसदी अनुदान के साथ एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है। यह किस प्रकार गंगा-जमुनी तहजीब को बढ़ावा देगा? स्पष्ट करें।
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