संदर्भ
17 जून 2024 को नई दिल्ली में भारत-अमेरिका के बीच “महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर पहल” (initiative on Critical and Emerging Technology: iCET) पर दूसरी वार्षिक बैठक संपन्न हुई।
iCET क्या है
- महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर पहल (iCET) कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम कंप्यूटिंग, अर्धचालक और वायरलेस दूरसंचार सहित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग के लिए भारत और अमेरिका द्वारा सहमत एक रूपरेखा है।
- इसकी घोषणा पहली बार भारत के पीएम और अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2022 में टोक्यो में क्वाड बैठक के मौके पर की थी।
- इसे भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और प्रौद्योगिकी एवं रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए जनवरी 2023 में लॉन्च किया गया था।
पहल की प्राथमिकता और प्रगति
- यह पहल भारत और अमेरिका को आपूर्ति श्रृंखला बनाने और वस्तुओं के सह-उत्पादन एवं सह-विकास का समर्थन करने के लिए एक विश्वसनीय प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में स्थापित करने पर केंद्रित है।
- iCET में शामिल प्रमुख क्षेत्र निम्नलिखित हैं –
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता में सामान्य मानक विकसित करना;
- रक्षा स्टार्टअप्स को जोड़ने के लिए 'इनोवेशन ब्रिज' का विकास;
- अर्धचालक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास का समर्थन करना;
- मानव अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग को मजबूत करना;
- 5जी और 6जी में विकास पर सहयोग को आगे बढ़ाना;
- भारत में OpenRAN नेटवर्क प्रौद्योगिकी को अपनाना।
- iCET के लॉन्च के बाद से भारत और अमेरिका ने सहयोग के लिए पहचाने गए कई प्रमुख क्षेत्रों में "महत्वपूर्ण प्रगति" की है।
- दोनों देशों ने क्वांटम समन्वय तंत्र स्थापित कर लिया है।
- OpenRAN नेटवर्क प्रौद्योगिकी, 5जी और 6जी में सहयोग बढ़ाने के लिए दूरसंचार पर एक सार्वजनिक-निजी संवाद (पीडीडी) शुरू किया गया है।
- सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
- अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक नई पहल के रूप में भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र (INDUS-X) को 21 जून 2023 को वाशिंगटन डी.सी., यूएसए में लॉन्च किया गया।