20-Dec-2022
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण 2021 के अनुसार, भारत में लगभग 100 मिलियन अस्थायी श्रमिक और 50 मिलियन वेतनभोगी कर्मचारी हैं जिनके पास कोई लिखित नौकरी अनुबंध नहीं है। यह देश की कुल श्रम शक्ति का लगभग 30% है।
20-Dec-2022
हाल ही में जैव विविधता पर सम्मेलन (CBD) के पक्षकारों के सम्मेलन (COP15) में कुनमिंग-मॉन्ट्रियल ग्लोबल बायोडायवर्सिटी फ्रेमवर्क (GBF) को अपनाया गया।
19-Dec-2022
हाल ही में सम्पन्न हुई जीएसटी परिषद की 48वीं बैठक के दौरान, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) अधिनियम, 2017 की धारा 132 के तहत कुछ अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने की सिफारिश की गयी।
19-Dec-2022
हाल ही में, उच्चतम न्यायालय ने पोन्नैयार नदी (Ponnaiyar River) जल विवाद के समाधान के उद्देश्य से न्यायाधिकरण गठित करने के लिये केंद्र सरकार को तीन माह का समय दिया है। पोन्नैयार नदी जल विवाद तमिलनाडु एवं कर्नाटक के बीच एक अंतर-राज्यीय नदी जल विवाद है।
19-Dec-2022
केरल के वायनाड जिले के पनावली में स्थित संगठन ‘थानाल’ ने अपने कृषि विज्ञान केंद्र में 1.5 एकड़ भूमि पर पारंपरिक चावल की 300 जलवायु लचीली किस्मों को उगाकर एक अनूठा संरक्षण प्रयोग शुरू किया है।
19-Dec-2022
हाल ही में, राष्ट्रीय हरित अधिकरण की दक्षिणी पीठ ने तमिलनाडु के मरीना समुद्री तट (Beach) पर प्रस्तावित पेन स्मारक (Pen Statue) को लेकर तमिलनाडु सरकार को नोटिस जारी किया है।
19-Dec-2022
डीपफेक तकनीकी के खतरों को देखते हुए इसे विनियमित करने के लिए चीन द्वारा एक कानून लाया जा रहा है। यूरोपीय संघ द्वारा भी डीपफेक के प्रसार को रोकने के लिए एक नवीनतम आचार संहिता जारी की गयी है।
17-Dec-2022
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई करते हुए, जीवन और स्वतंत्रता के मूल अधिकार के रक्षक के रूप में अपनी भूमिका को रेखांकित किया।
17-Dec-2022
हाल ही में, भू-वैज्ञानिकों ने ग्रीनलैंड के पियरी लैंड (Peary Land) में प्राचीन पर्यावरणीय डी.एन.ए. (Environmental DNA : eDNA) की खोज की है जो लगभग दो मिलियन वर्ष पुराना है।
17-Dec-2022
हाल ही में, वार्षिक आर्कटिक रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया। इसके अनुसार, आर्कटिक क्षेत्र में आर्द्रता के साथ-साथ वर्षा की मात्रा में वृद्धि हो रही है। आर्कटिक रिपोर्ट कार्ड वर्ष 2006 से प्रतिवर्ष जारी किया जाता है। यह ऐतिहासिक अभिलेखों के सापेक्ष आर्कटिक पर्यावरण प्रणाली के विभिन्न घटकों की वर्तमान स्थिति पर स्पष्ट, विश्वसनीय एवं संक्षिप्त पर्यावरणीय जानकारी का स्रोत है।