प्रारंभिक परीक्षा – तृतीय ऑडिट दिवस (3RD AUDIT DIWAS) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
चर्चा में क्यों
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 16 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली में तीसरे ऑडिट दिवस समारोह में शामिल हुईं।
प्रमुख बिंदु
- कैग के गठन के महत्व को रेखांकित करने के लिए वर्ष 2021 से 16 नवंबर को 'आडिट दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 16 नवंबर 2023 को कहा कि भारत के लोग देश को 2047 तक विकसित बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ना चाहते हैं।
- नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) समेत दूसरे महत्त्वपूर्ण संस्थान इस लक्ष्य की प्राप्ति में योगदान दे सकते हैं।
- कैग के डेटा प्रबंधन और विश्लेषण केंद्र एवं डिजिटल प्रौद्योगिकी के साथ कई दूसरे आधुनिक तरीके महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
- कैग की टीम भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका भी निभा सकती है।
- इस अवसर पर संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के नेतृत्व में सरकार के लेखापरीक्षा समुदाय ने सत्यनिष्ठा, शासन और प्रणाली निर्माण को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- सीएजी ने डेटा प्रबंधन और विश्लेषण केंद्र की स्थापना सहित कई दूरदर्शी कदम उठाए हैं, जिसमें भविष्य के अनुरूप डिजिटल तकनीक और अन्य आधुनिक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है।
- राष्ट्रपति ने कहा कि ऑडिट के क्षेत्र में भी विश्व समुदाय में भारत की स्थिति अग्रणी है।
- भारत के सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस 20 (Supreme Audit Institutions 20, SAI 20) की अध्यक्षता के दौरान ब्लू इकोनॉमी और रिस्पॉन्सिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मुद्दों पर जोर देना भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करने का एक अच्छा प्रयास है।
भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक (Controller and Auditor General of India)
- भारतीय संविधान के अध्याय पांच अनुच्छेद 148 के तहत स्थापित एक प्राधिकारी है जो भारत सरकार तथा सभी प्रादेशिक सरकारों के सभी तरह के लेखों का अंकेक्षण करता है।
- वह सरकार के स्वामित्व वाली कम्पनियों का भी अंकेक्षण करता है।
- भारत के नियंत्रक और महालेखापरीक्षक एक स्वतंत्र संस्था के रूप में कार्य करता है।
- भारत के नियंत्रक और महालेखापरीक्षक की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
- नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक ही भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा का भी मुखिया होता है।
- किसी भी कैग प्रमुख का कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की उम्र, जो भी पहले होगा, की अवधि के लिए राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है।
- संस्था केन्द्र अथवा राज्य सरकार के अनुरोध पर किसी भी सरकारी विभाग की जाँच कर सकती है।
- यह भारत सरकार की रिपोर्ट राष्ट्रपति को और राज्य सरकार की रिपोर्ट राज्य के राज्यपाल को देता है।
- इसे लोक लेखा समिति का 'आंख व कान' कहा जाता है।
- वर्तमान में नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक गिरीश चंद्र मूर्मू हैं। वे भारत के 14वें नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक हैं।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के कार्य
- यह भारत की संचित निधि, प्रत्येक राज्य की संचित और प्रत्येक केंद्र शासित प्रदेश एवं केंद्र शासित प्रदेश जहाँ विधानसभा हो, वहां के भी सभी व्यय सम्बन्धी लेखाओं की लेखा परीक्षा करता है।
- इसका वेतन संसद द्वारा निर्धारित होता हैं।
- अनु.148(4) के अनुसार नियंत्रक महालेखा परीक्षक के पद से मुक्त हो जाने के पश्चात भारत सरकार के या किसी राज्य सरकार के अधीन किसी पद का पात्र नहीं होगा।
- संसद के दोनों सदनों द्वारा विशेष बहुमत के साथ उसके दुर्व्यहार/कदाचार या अयोग्यता पर प्रस्ताव पारित कर पद से हटाया जा सकता हैं।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- कैग के गठन के महत्व को रेखांकित करने के लिए वर्ष 2021 से 16 नवंबर को आडिट दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 148 के तहत स्थापित एक प्राधिकारी है जो भारत सरकार तथा सभी प्रादेशिक सरकारों के सभी तरह के लेखों का अंकेक्षण करता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) कथन 1 और 2
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक के प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।
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स्रोत:pib