09-Dec-2021
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission: UGC) केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिये एक सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित करने पर विचार कर रहा है। शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिये केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एक सामान्य प्रवेश परीक्षा प्रणाली लागू होने की संभावना है।
04-Dec-2021
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (DoNER) मंत्री जी.कृष्ण रेड्डी ने ‘उत्तर-पूर्व ग्रामीण आजीविका परियोजना’ (NERLP) के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का लोकसभा में उत्तर दिया।
04-Dec-2021
हाल ही में, नीति आयोग ने विवादों के निपटान, रोकथाम और ऑनलाइन समाधान हेतु ‘डिज़ाइनिंग द फ्यूचर ऑफ डिस्प्यूट रिजॉल्युशन : द ओ.डी.आर. पॉलिसी प्लान फॉर इंडिया’ नामक रिपोर्ट जारी की।
04-Dec-2021
‘कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय’ (MCA) ने ‘दिवाला और दिवालियापन संहिता’ (IBC) के तहत ‘अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून पर संयुक्त राष्ट्र आयोग मॉडल’ (UNCITRAL) के आधार पर सीमा-पार दिवाला कार्यवाही के लिये एक मसौदा प्रकाशित किया है।
04-Dec-2021
हाल ही में, 12 राज्यसभा सांसदों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिये निलंबित किया गया है। चूँकि मानसून सत्र के दौरान इन्होंने कदाचार, सदन की अवमानना, अनियंत्रित और हिंसक व्यवहार तथा सुरक्षा कर्मियों पर हमले किये थे, इसलिये इन्हें निलंबित किया गया है।
03-Dec-2021
ख़बरों के अनुसार, ‘केयर्न ऑयल एंड गैस’ नामक कंपनी राजस्थान के ‘लोअर बाड़मेर हिल फॉर्मेशन’ (Lower Barmer Hill formation) क्षेत्र में शेल-अन्वेषण शुरू करने के लिये अमेरिका की ‘हॉलिबर्टन ऑफशोर सर्विसेज’ के साथ साझेदारी करने जा रही है।
03-Dec-2021
तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद से ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य’ (Minimum Supoort Price – MSP) का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है।
03-Dec-2021
हाल ही में उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों द्वारा संपत्ति तथा देनदारियों के विभाजन को लेकर एक समझौते पर सहमति व्यक्त की गयी है।
03-Dec-2021
‘भारतीय वन्यजीव संरक्षण सोसायटी’ (WPSI) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2009 से 2019 के बीच भारत में भालू के अंगों के अवैध व्यापार और उनकी ज़ब्ती की 149 घटनाएँ दर्ज की गई हैं। इनमें कम से कम 264 भालूओं का शिकार किया गया है।
03-Dec-2021
हाल ही में, असम, पश्चिम बंगाल और पंजाब में ‘सीमा सुरक्षा बल’ (BSF) के अधिकार क्षेत्र का विस्तार किया गया। इस निर्णय ने केंद्र और राज्य के बीच विवाद पैदा कर दिया है। पंजाब और पश्चिम बंगाल सरकारों ने इसे ‘शक्ति का केंद्रीयकरण’ कहा है।