केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह त्रिपुरा के अगरतला में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) की 72वीं पूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
पूर्ण अधिवेशन में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार भी शामिल होंगे।
बैठक में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे।
एनईसी की बैठक पूर्वोत्तर क्षेत्र के तीव्र विकास के लिए नई नींव रखेगी।
पूर्ण अधिवेशन में पिछले वर्ष की एनईसी की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और क्षेत्र के राज्यों की आकांक्षाओं को संबोधित किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री उत्तर पूर्व में अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से बैंकिंग शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
शिखर सम्मेलन में सभी सरकारी उपक्रमों और निजी बैंकों के प्रमुख भाग लेंगे।
इसके अतिरिक्त क्षेत्र में बैंक शाखाओं की रिकॉर्ड संख्या का गहन विश्लेषण किया जाएगा।
पूर्वोत्तर परिषद के बारे में:
इसकी स्थापना पूर्वोत्तर परिषद अधिनियम, 1971 के अंतर्गत की गई थी।
इसकी स्थापना संतुलित और समन्वित विकास सुनिश्चित करने तथा राज्यों के साथ समन्वय में सहायता देने के लिये शीर्ष संस्था के रूप में की गई थी।
इसके सदस्य पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्य है। इनमे शामिल है-
अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नगालैण्ड, सिक्किम और त्रिपुरा
इसका मुख्यालय शिलॉन्ग में स्थित है और यह पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (भारत सरकार) के अंतर्गत आती है।
प्रश्न- हाल ही में पूर्वोत्तर परिषद की 72वीं पूर्ण बैठक का आयोजन किस राज्य में हुआ?