प्रारंभिक परीक्षा – ए वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक ब्रीफः ट्रैकिंग COP-28 आउटकम्स रिपोर्ट मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
हाल ही में IRENA ने ‘ए वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक ब्रीफ: ट्रैकिंग COP-28 आउटकम्स’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु:
- यह रिपोर्ट नवंबर 2023 में आयोजित UNFCCC के COP-28 में व्यक्त प्रतिबद्धता की दिशा में वैश्विक प्रगति को ट्रैक करती है।
- इस प्रतिबद्धता के अनुसार वर्ष 2030 तक तीन गुना नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से एनर्जी ट्रांजिशन के उद्देश्य को प्राप्त करना है।
- बेंचमार्क निर्धारित होने के बावजूद प्रगति अब भी अपर्याप्त है:
- वर्ष 2023 में वैश्विक एनर्जी मिक्स में 473 गीगावॉट अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा को शामिल किया गया था। इसमें सौर ऊर्जा का 73% योगदान था।
- इसके अनुसार तीन गुना नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिवर्ष अतिरिक्त 1100 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा जोड़ने की जरूरत है।
- भौगोलिक तौर पर असमान वृद्धिः 20.1% की वृद्धि के साथ एशिया नवीकरणीय ऊर्जा विकल्पों को अपनाने में अग्रणी है। इस वृद्धि में चीन का बहुत बड़ा योगदान है।
- नए इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मॉडल, वित्तीय प्रोत्साहन और चार्जिंग अवसंरचना में सुधार इसके प्रमुख कारक हैं।
लक्ष्य प्राप्ति में चुनौतियां:
- वित्त-पोषण की लागत बढ़ रही है
- आपूर्ति श्रृंखला से संबंधित मुद्दे मौजूद हैं।
- कुछ जगहों पर प्रौद्योगिकियों से जुड़ी बाधाएं हैं तो कुछ जगहों पर नवीकरणीय ऊर्जा की अधिक आपूर्ति से जुड़ी समस्याएं हैं आदि।
लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सिफारिशें:
- बहुपक्षीय वित्तीय तंत्र में सुधार किया जाना चाहिए
- सहायक अवसंरचना जैसे कि पावर ग्रिड, ऊर्जा-भंडारण आदि को बेहतर किया जाना चाहिए
- मजबूत नीतिगत फ्रेमवर्क तैयार किए जाने चाहिए
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग:
- नवीकरणीय आपूर्ति श्रृंखला का विकास करना चाहिए
- संस्थागत और मानवीय क्षमता को बढ़ाना चाहिए
- किफायती वित्त तक पहुंच को बेहतर और व्यापक बनाना चाहिए आदि।
अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (IRENA-International Renewable Energy Agency):
- इसका मुख्यालय अबू धाबी (संयुक्त अरब अमीरात)में है
- इस सम्मेलन में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति समर्पित एक अंतरर्राष्ट्रीय एजेंसी का प्रस्ताव किया गया था।
- इसकी स्थापना वर्ष 2009 में बॉन (जर्मनी) में हुई थी।
- उस समय 75 देशों ने IRENA संविधि पर हस्ताक्षर किए थे।
- यह एनर्जी ट्रांजिशन के लिए एक अग्रणी वैश्विक अंतर-सरकारी एजेंसी है।
- इसके 168 देश और यूरोपीय संघ सदस्य हैं ।
- भारत भी इसका एक सदस्य है।
कार्य:
- यह नवीकरणीय ऊर्जा में अंतरर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रमुख मंच के रूप में कार्य करती है
- यह देशों को उनके एनर्जी ट्रांजिशन में सहायता करती है
- यह प्रौद्योगिकी पर अत्याधुनिक डेटा और विश्लेषण करती है आदि।
IRENA की प्रमुख रिपोर्ट्स:
- वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक
- रिन्यूएबल एनर्जी आउटलुक फॉर आसियान
- रिन्यूएबल एनर्जी फॉर एग्रीकल्चर आदि
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- हाल ही में IRENA ने ‘ए वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक ब्रीफ: ट्रैकिंग COP-28 आउटकम्स’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी की।
- इसका मुख्यालय अबू धाबी (संयुक्त अरब अमीरात)में है
- यह नवीकरणीय ऊर्जा में अंतरर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रमुख मंच के रूप में कार्य करती है
उपर्युक्त में से कितना/कितने कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: हाल ही में IRENA के ए वर्ल्ड एनर्जी ट्रांजिशन आउटलुक ब्रीफः ट्रैकिंग COP-28 आउटकम्स रिपोर्ट में सुझाए गए प्रमुख मुद्दों को स्पष्ट कीजिए।
|
स्रोत: IRENA