संदर्भ
हाल ही में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 (एसबीएम-यू 2.0) के तहत 1 जुलाई से 31 अगस्त, 2024 तक चलने वाली ‘सफाई अपनाओ बीमारी भगाओ’ पहल शुरू की।
पहल का उद्देश्य
- इस पहल का उद्देश्य मानसून के मौसम के दौरान स्वच्छता और बीमारियों से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए शहरी स्थानीय निकायों की तैयारी को बढ़ाना है
- इस पहल में स्वच्छता, हिमायत और अंतर-विभागीय तालमेल पर ध्यान केंद्रित करने वाले व्यापक उपायों की आवश्यकता है, जिन्हें सभी शहरी स्थानीय निकायों द्वारा लागू किया जाना है।
पहल के विविध आयाम
- विशेष सफाई अभियान
- कचरे का संग्रह एवं परिवहन
- सभी सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों की नियमित सफाई
- बच्चों के लिए स्वच्छता और साफ सफाई सुविधाएं
- पानी की गुणवत्ता का पर्याप्त नमूनाकरण
- सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति
- जल कार्यों का रखरखाव
- घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करना
- इस पहल में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान करने के लिए तेजी से आकलन करना, सुरक्षा रोकथाम उपचार रणनीति (पीपीटीएस) को अपनाना और समन्वय व निगरानी करना भी शामिल हैं।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी2.0 (एस.बी.एम.-यू 2.0)
- एस.बी.एम.-यू 2.0 को 1 अक्टूबर, 2021 को पांच साल की अवधि के लिए शुरू किया गया है।
- इसका उद्देश्य 100 % स्रोत पृथक्करण, डोर टू डोर कलेक्शन और वैज्ञानिक लैंडफिल में सुरक्षित निपटान सहित कचरे के सभी अंशों के वैज्ञानिक प्रबंधन से सभी शहरों के लिए कचरा मुक्त स्थिति प्राप्त करना है।
- एस.बी.एम.-यू 2.0 के अंतर्गत राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को विभिन्न प्रकार के नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों जैसे अपशिष्ट-से-खाद (डब्ल्यूटीसी), अपशिष्ट-से-ऊर्जा (डब्ल्यूटीई), बायो-मेथेनेशन, सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधाएं (एमआरएफ) और पहले के अपशिष्ट डंपसाइट का शोधन, निर्माण और गिराये गए अपशिष्ट आदि बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
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