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अग्रिम मूल्य निर्धारण समझौते (ADVANCE PRICING AGREEMENTS)(APA)

apa

  • अग्रिम मूल्य निर्धारण समझौता (APA) करदाता और कर प्राधिकरण के बीच एक औपचारिक और बाध्यकारी समझौता है, जो भविष्य में एक निश्चित अवधि के लिए कुछ अंतरराष्ट्रीय लेनदेन पर लागू होने वाली हस्तांतरण मूल्य निर्धारण पद्धति को निर्धारित करता है।
  • इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के आर्म्स लेंथ प्राइस (ALP) पर पहले से सहमत होकर निश्चितता, पारदर्शिता और हस्तांतरण मूल्य विवादों से बचना है।

हस्तांतरण मूल्य निर्धारण क्या है?

  • हस्तांतरण मूल्य निर्धारण से तात्पर्य संबद्ध उद्यमों (यानी, सामान्य स्वामित्व या नियंत्रण वाली कंपनियों) के बीच आदान-प्रदान की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य निर्धारण से है।
  • यह तब समस्याग्रस्त हो जाता है जब कंपनियाँ मुनाफे को कम कर वाले क्षेत्राधिकारों में स्थानांतरित करने के लिए कीमतों में हेरफेर करती हैं, जिससे उनकी समग्र कर देयता कम हो जाती है।

APA का उद्देश्य

  • निश्चितता प्रदान करना: यह निर्दिष्ट भविष्य की अवधि में अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए कर देयता में पूर्वानुमान प्रदान करता है।
  • विवादों से बचें: मूल्य निर्धारण पद्धति को पहले से तय करके, APA भविष्य के विवादों और मुकदमेबाजी के जोखिम को कम करता है।
  • पारदर्शिता को बढ़ावा देना: कर विभाग और करदाताओं के बीच विश्वास और स्पष्टता स्थापित करना।
  • व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देना: एक स्थिर कर व्यवस्था प्रदान करके निवेश गंतव्य के रूप में भारत के आकर्षण को बढ़ाता है।

आर्म्स लेंथ प्राइस (ALP) और आर्म्स लेंथ सिद्धांत(Arm's Length Price (ALP) & Arm's Length Principle)

  • आर्म्स लेंथ मूल्य वह मूल्य है जिस पर असंबंधित पक्ष मुक्त बाजार में सहमत होंगे।
  • आर्म्स लेंथ सिद्धांत यह सुनिश्चित करता है कि संबंधित पक्षों के बीच लेन-देन का मूल्य उचित हो, जिससे लाभ में बदलाव और आधार क्षरण को रोका जा सके।

अग्रिम मूल्य निर्धारण समझौतों के प्रकार

APA प्रकार (Type)

प्रतिभागी (Participants)

विवरण (Description)

यूनिलैटरल APA (Unilateral APA)

करदाता (Taxpayer) + भारतीय कर प्राधिकरण (Indian Tax Authority)

इसमें केवल भारत का घरेलू कर प्राधिकरण शामिल होता है। यह कम जटिल (Less Complex) होता है, लेकिन विदेशी कर प्राधिकरणों (Foreign Tax Authorities) द्वारा किए गए कर समायोजन (Tax Adjustments) से सुरक्षा नहीं देता।

बाइलेटरल APA (Bilateral APA)

करदाता + भारतीय कर प्राधिकरण + विदेशी कर प्राधिकरण

इसमें भारत और उस देश के सक्षम प्राधिकारी (Competent Authorities) शामिल होते हैं जिसके साथ भारत की दोहरी कर संधि (Double Taxation Avoidance Agreement – DTAA) है। यह दोहरी कराधान (Double Taxation) से राहत प्रदान करता है।

मल्टीलेटरल APA (Multilateral APA)

करदाता + कई देशों के कर प्राधिकरण

इसमें कई देशों की कर प्राधिकरण (Multiple Tax Authorities) शामिल होते हैं। यह सबसे जटिल (Most Complex) होता है, लेकिन यह कई देशों में संभावित कर समायोजन से व्यापक सुरक्षा (Comprehensive Relief) प्रदान करता है।

भारत में APA व्यवस्था

कानूनी आधार:

  • आयकर अधिनियम, 1961 में धारा 92CC और 92CD को शामिल करके 2012 में शुरू किया गया।
  • वित्त मंत्रालय के तहत केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) द्वारा प्रशासित।

मुख्य विशेषताएं:

  • स्वैच्छिक योजना: APA में भागीदारी स्वैच्छिक है।
  • समझौते का दायरा: निर्दिष्ट अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए ALP या मूल्य निर्धारण पद्धति निर्धारित करता है।
  • वैधता: APA अधिकतम 5 वर्षों के लिए वैध है।
  • रोलबैक प्रावधान: 4 पिछले मूल्यांकन वर्षों के लिए लागू, कुछ शर्तों के अधीन, कुल 9 वर्षों के लिए कर निश्चितता प्रदान करता है।
  • पूरक तंत्र (Supplementary Mechanism): मौजूदा DTAA, MAP (पारस्परिक समझौता प्रक्रिया), और अपीलीय ढाँचों का पूरक है।

एडवांस प्राइसिंग एग्रीमेंट (APA) के लाभ – Benefits of APA

लाभ (Benefit)

विवरण (Description)

कर सुनिश्चितता (Tax Certainty)

सीमा-पार लेनदेन (Cross-Border Transactions) में कर देयता (Tax Liability) को लेकर अनिश्चितता को कम करता है।

विवादों से बचाव (Dispute Avoidance)

भविष्य में ट्रांसफर प्राइसिंग (Transfer Pricing) ऑडिट और मुकदमों (Litigations) की संभावना को कम करता है।

प्रशासनिक दक्षता (Administrative Efficiency)

कर प्राधिकरणों (Tax Authorities) और करदाताओं (Taxpayers) दोनों के लिए समय और लागत की बचत करता है।

निवेशक विश्वास में सुधार (Improved Investor Confidence)

भारत की छवि को एक नियमों का पालन करने वाली (Compliant) और निवेश-अनुकूल (Investor-Friendly) अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ावा देता है।

दोहरा कराधान राहत (Double Taxation Relief)

विशेष रूप से बाइलेटरल (Bilateral) और मल्टीलेटरल (Multilateral) APA में, कई देशों में कर लगने की संभावना को कम करता है।

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