प्रारंभिक परीक्षा - समसामयिकी मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
संदर्भ-
केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र का प्रस्तावित एजेंडा जारी कर दिया है।
संसद का विशेष सत्र-
संसद के तीन सामान्य सत्रों के अलावा जरूरत पड़ने पर संसद का विशेष सत्र भी बुलाया जा सकता है।

एजेंडे में शामिल बिंदु-
- संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने 31 अगस्त को 18 सितंबर से पांच दिनों के लिए संसद के विशेष सत्र की घोषणा की थी।
- संसद के विशेष सत्र के पहले दिन 18 सितंबर को लोकसभा में संविधान सभा से शुरू होने वाली 75 वर्षों की संसदीय यात्रा, उपलब्धियां, अनुभव, यादें और सीख पर चर्चा होगी।
- सत्र के दौरान, सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर विधेयक को भी विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया है।
- लोकसभा के लिए अन्य सूचीबद्ध कार्यों में द एडवोकेट्स (संशोधन) बिल, 2023 और द प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल्स बिल, 2023 शामिल हैं, जो पहले ही 3 अगस्त 2023 को राज्यसभा द्वारा पारित किए जा चुके हैं।
- द पोस्ट ऑफिस बिल, 2023 को भी लोकसभा की कार्यवाही में सूचीबद्ध किया गया है। यह बिल पहले 10 अगस्त 2023 को राज्यसभा में पेश किया गया था।
केंद्र सरकार ने संसद का विशेष सत्र शुरू होने से एक दिन पहले 17 सितंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
प्रश्न:- संसद का विशेष सत्र के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- संसद के तीन सामान्य सत्रों के अलावा संसद का विशेष सत्र भी बुलाया जा सकता है।
- 2023 के संसदीय विशेष सत्र में 75 वर्षों की संसदीय यात्रा पर चर्चा को एजेंडे में शामिल किया गया है।
- भारतीय संविधान अनुच्छेद 78 में इसका प्रावधान किया गया है।
उपर्युक्त में से कितना/कितने कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई नहीं
उत्तर- (b)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
संसद का विशेष सत्र कब और कैसे बुलाया जाता है? इसके ऐतिहासिक परिदृश्य में भी प्रकाश डालें।
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