(प्रारम्भिक परीक्षा : राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सामयिक घटनाएँ; मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र – 2: विषय - द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से सम्बंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।)
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, भारत और बहरीन, रक्षा और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों सहित अपने ऐतिहासिक सम्बंधों को और मज़बूत करने पर सहमत हुए हैं।
प्रमुख बिंदु
- सहयोग के मुख्य मुद्दों में, दोनों देशों के आपसी हित से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मामले, रक्षा और समुद्री सुरक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, व्यापार एवं निवेश, बुनियादी ढाँचा, आईटी, फिनटेक, स्वास्थ्य, हाइड्रोकार्बन और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रों से जुड़े मुद्दे शामिल होंगें।
- दोनों पक्षों ने कोविड-19 से जुड़े मुद्दों पर सहयोग को और मज़बूत करने की पुष्टि की।
- बहरीन ने महामारी के दौरान भारत द्वारा दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और चिकित्सा पेशेवरों की आपूर्ति के रूप में प्रदान की गई सहायता की सराहना की।
- बहरीन ने दोनों देशों के बीच एयर बबल व्यवस्था के संचालन पर भी संतोष व्यक्त किया।
- भारत ने आगामी समय में आयोजित होने वाली भारत-बहरीन उच्च संयुक्त आयोग की तीसरी बैठक के लिये बहरीन को भारत आने के लिये पुनः निमंत्रण दिया है।
- वर्ष 2019 में, भारत ने 4.2 मिलियन डॉलर की लागत से बहरीन की राजधानी मनामा में स्थित ‘श्री कृष्ण मंदिर’ के पुनर्विकास योजना शुरू की थी।
- 200 वर्ष पुराना यह मंदिर भारत और बहरीन के बीच घनिष्ठ सम्बंधों गवाह है।
भारत ने बहरीन के दिवंगत प्रधान मंत्री खलीफा बिन सलमान अल खलीफा के निधन पर भी संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने भारत-बहरीन सम्बंधों को मज़बूत बनाने और बहरीन में भारतीय समुदाय के कल्याण में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था।
भारत-बहरीन सम्बंध
ऐतिहासिक सम्बंध:
- भारत और बहरीन सम्बंधों का इतिहास लगभग 5000 वर्ष पुराना है। बहरीन की दिलमुन सभ्यता और भारत की सिंधु घाटी सभ्यता के बीच के सम्बंध इसका प्रमाण है।
- ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल में बहरीन के व्यापारी बड़े स्तर पर मोतियों के बदले भारत के मसाले खरीदा करते थे।
भारत और बहरीन के बीच द्विपक्षीय समझौते / समझौता ज्ञापन:
- प्रत्यर्पण संधि (जनवरी 2004)
- सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन (मई 2012)
- संयुक्त उच्चायोग की स्थापना पर समझौता ज्ञापन (फरवरी 2014)
- जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन पर समझौता ज्ञापन (फरवरी 2015)
- अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने में सहयोग, अवैध संगठित अपराध और अवैध ड्रग्स, नशीले पदार्थों और नशीले पदार्थों के रसायनों की तस्करी पर सहयोग (दिसम्बर 2015)
- डिप्लोमैटिक एंड स्पेशल/ऑफिशियल पासपोर्ट (जुलाई 2018) के होल्डर्स के लिये शॉर्ट स्टे वीज़ा पर छूट
- नवीनकणीय ऊर्जा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग के लिये समझौता ज्ञापन
- शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिये बाह्य अंतरिक्ष के उपयोग और सहयोग पर समझौता ज्ञापन (मार्च 2019)
व्यापार और आर्थिक सम्बंध:
- दोनों देशों के बीच वर्ष 2018-19 में कुल द्विपक्षीय व्यापार 1282.96 मिलियन अमेरिकी डॉलर और 2019-20 (अप्रैल-दिसम्बर) में यह 753.60 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- बहरीन में भारतीय निर्यात: खनिज ईंधन और तेल, अकार्बनिक रसायन, दुर्लभ मृदा धातुओं के कार्बनिक या अकार्बनिक यौगिक, अनाज, फल, परिधान और कपड़े आदि।
- बहरीन से भारतीय आयात: कच्चे तेल, खनिज ईंधन और उनके बिटुमिनस पदार्थ, , एल्यूमीनियम, उर्वरक, अयस्क/स्लैग/एल्यूमीनियम की राख, लोहा, ताम्बा, लुगदी आदि।
बहरीन में भारतीय निवेश:
- जनवरी 2003 और मार्च 2018 के बीच बहरीन में भारत का कुल पूँजी निवेश लगभग 1.69 बिलियन अमरीकी डॉलर आँका गया है।
- सबसे अधिक निवेश (कुल परियोजनाओं का 40%) वित्तीय सेवाओं में किया गया है।
भारतीय प्रवासी समुदाय:
- वर्तमान में लगभग 3,50,000 भारतीय बहरीन में रह रहे हैं और इनमें से लगभग 70% अकुशल श्रमिक की श्रेणी में हैं।
- प्रमुख श्रम बल के अलावा अन्य भारतीय पेशेवरों की एक बड़ी संख्या है जो बहरीन के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- नवम्बर 2015 में, बहरीन ने भारतीय समुदाय के योगदान को सम्मान देने के लिये 'लिटिल इंडिया इन बहरीन' नामक कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
प्री फैक्ट्स :
- एयर बबल (या यात्रा गलियारा) दो देशों के बीच स्थापित वह सिस्टम है, जिसमें दोनों देश एक दूसरे को सुरक्षित मानते हुए, दोनों देशों के वाहकों को किसी भी प्रतिबंध के बिना यात्रियों को ले जाने की अनुमति देते हैं।
- बहरीन, खाड़ी सहयोग परिषद् (GCC) का सदस्य है और हाल ही में बहरीन ने इज़राइल और यू.ए.ई. के साथ अब्राहम एकॉर्ड या अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, इस समझौते की मध्यस्थता अमेरिका ने की थी।