नाबार्ड ने स्टार्टअप एवं कृषि उद्यमियों को सहायता प्रदान करने के लिए ‘स्टार्ट-अप एवं ग्रामीण उद्यमों के लिए कृषि कोष’ (Agri Fund for Start-Ups & Rural Enterprises : AgriSURE) प्रारंभ किया है।
एग्रीश्योर के प्रमुख लक्ष्य
- इसके माध्यम से 750 करोड़ रुपए का वैकल्पिक निवेश कोष (AIF) स्थापित किया जाएगा।
- इस कोष में कृषि मंत्रालय और नाबार्ड द्वारा 250-250 करोड़ रूपए का योगदान किया जाएगा तथा अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से 250 करोड़ रुपए जुटाया जाएगा।
- एग्रीश्योर पहल का उद्देश्य भारत के कृषि क्षेत्र में नवाचार एवं संधारणीयता को बढ़ावा देना तथा कृषि मूल्य श्रृंखला में उच्च जोखिम व उच्च प्रभाव वाली गतिविधियों को शामिल करना है।
एग्रीश्योर की विशेषताएँ
- इस कोष की संरचना लगभग 85 कृषि स्टार्ट-अप को समर्थन देने के लिए की गई है, जिनमें से प्रत्येक का निवेश आकार 25 करोड़ रुपए तक है।
- यह फंड सेक्टर विशिष्ट एवं अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) में निवेश के माध्यम से सहायता प्रदान करेगा।
- यह कोष स्टार्ट-अप को प्रत्यक्ष इक्विटी सहायता भी प्रदान करेगा।
- यह कोष किसानों के लिए आई.टी.-आधारित समाधानों के माध्यम से उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेगा, जिससे कृषि क्षेत्र में सतत वृद्धि एवं विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- यह कोष कृषि में नवाचार, कृषि उपज मूल्य श्रृंखला को बढ़ाने, ग्रामीण बुनियादी ढांचे का निर्माण करने, रोजगार सृजन एवं किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- एग्रीश्योर फंड को 10 वर्ष के लिए संचालित किया जाना है, जिसे दो या अधिक वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
- इस फंड से से छोटे व सीमांत किसानों को लाभ होगा।
- नाबार्ड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ‘नैबेंचर्स’ कोष प्रबंधक के रूप में कार्य करेगी।
एग्रीश्योर ग्रीनाथन-2024
नाबार्ड ने कृषि हैकथॉन ‘एग्रीश्योर ग्रीनाथन-2024’ की घोषणा की है। इसका उद्देश्य तीन प्रमुख समस्याओं का समाधान करना है-
- बजट पर स्मार्ट कृषि : इसका उद्देश्य उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों की उच्च लागत से निपटना है।
- कृषि-अपशिष्ट को लाभदायक व्यावसायिक अवसरों में बदलना : इसका उद्देश्य कृषि कचरे को लाभदायक उद्यमों में बदलने पर ध्यान केंद्रित करना है।
- पुनर्योजी कृषि को लाभकारी बनाने वाले तकनीकी समाधान : इसका उद्देश्य पुनर्योजी कृषि कार्य प्रणालियों को अपनाने में आने वाली आर्थिक बाधाओं को दूर करना है।
|