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वायु प्रदुषण एवं ‘बी.एस. VI’ का प्रारम्भ : एक क्रांतिकारी कदम

भूमिका

  • वायु प्रदूषण में कमी लाने के समग्र दृष्टिकोण के साथ पर्यावरण मंत्रालय द्वारा ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम’ (एन.सी.ए.पी.) को देश भर के 122 शहरों में लागू किया गया है। साथ ही, बी.एस. VI मानकों को भी लागू किया गया है।
  • एन.सी.ए.पी. ने वर्ष 2024 तक पी.एम.10 और पी.एम.2.5  सांद्रता में 20 से 30% की कमी करने का लक्ष्य रखा है।

भारत में प्रदूषण के प्रमुख कारक

  • भारत में वायु प्रदूषण का प्राथमिक कारण वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक उत्सर्जन, निर्माण कार्य से उत्पन्न धूल एवं विध्वंस स्थल, बायोमास या फसलों के अवशेष आदि को जलाना तथा खराब अपशिष्ट प्रबंधन हैं।
  • जब ये कारक भौगोलिक और मौसम सम्बंधी कारकों के साथ मिल जाते हैं, तो शीत ऋतु के दौरान भारत में प्रदूषण बढ़ जाता है।

बी.एस : भारत स्टेज उत्सर्जन मानक

  • भारत स्टेज (बी.एस.) उत्सर्जन मानकों को सरकार द्वारा मोटर वाहनों सहित ‘आंतरिक दहन इंजन’ और ‘स्पार्क-इग्निशन इंजन उपकरण’ से होने वाले वायु प्रदूषण को विनियमित करने के लिये निर्धारित किया गया है।
  • भारत में पहला उत्सर्जन मानक वर्ष 1991 में पेट्रोल वाहनों के लिये और वर्ष 1992 में डीज़ल वाहनों के लिये प्रस्तावित किया गया था। इनका अनुसरण करते हुए पेट्रोल वाहन के लिये कैटालिटिक कनवर्टर (Catalytic Converter) अनिवार्य हो गया और शीशा-रहित पेट्रोल पेश किया गया।

बी.एस. IV और बी.एस. VI में अंतर

  • BS-IV और BS-VI दोनों इकाई उत्सर्जन मानदंड हैं, जो किसी मोटर वाहन या दोपहिया वाहनों जैसे प्रदूषकों के लिये उत्सर्जन निकास का अधिकतम अनुमेय स्तर निर्धारित करता है।
  • ईंधन में सल्फर सामग्री चिंता का एक प्रमुख कारण है। ईंधन के जलने से मुक्त होने वाला सल्फर डाइऑक्साइड एक प्रमुख प्रदूषक है, जो स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।
  • BS-VI ईंधन में सल्फर सामग्री की मात्रा BS-IV ईंधन की तुलना में बहुत कम होती है। इसे BS-IV मानक में 50 mg/kg की तुलना में BS-VI मानक में अधिकतम 10 mg/kg तक घटाया जाता है।

बी.एस. VI का प्रारम्भ

  • सम्पूर्ण भारत में अप्रैल 2020 से बी.एस. VI अनुपालन वाहन मानक की शुरुआत वाहन प्रदूषण में कमी लाने के लिये एक क्रांतिकारी कदम है, क्योंकि बी.एस. VI ने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद की है। केंद्र सरकार ने अनिवार्य किया है कि वाहन निर्माता 1 अप्रैल, 2020 से केवल BS-VI (BS6) वाहनों का निर्माण, बिक्री और पंजीकरण करें।
  • बी.एस. VI मानक ईंधन डीज़ल कारों में नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन को 70% तक कम करता है, जबकि पेट्रोल कारों में 25% तक और वाहनों में पार्टिकुलेट मैटर (पी.एम.) को 80% तक कम करता है।

वर्तमान स्थिति

  • केंद्र सरकार द्वारा वायु प्रदूषण से निपटने हेतु उठाए गए कदमों के कारण स्वच्छ गुणवत्ता वाली वायु के दिनों की संख्या वर्ष 2016 के मुकाबले 100% की वृद्धि के साथ बढ़कर  वर्ष 2020 में 218 हो गई है।
  • साथ ही, खराब गुणवत्ता वाले वायु दिनों की संख्या वर्ष 2020 में घटकर 56 हो गई।

अन्य प्रयास

  • सार्वजनिक परिवहन के उपयोग के साथ-साथ परिवहन के स्वच्छ माध्यमों को बढ़ावा देना तथा अधिक कोचों के साथ मेट्रो का विस्तार भी सहायक सिद्ध होगा।
  • औद्योगिक उत्सर्जन को कम करने हेतु थर्मल पावर प्लांट को बंद करना, ईंट भट्टों में उपयोग होने वाली प्रौद्योगिकियों को बदलना, उद्योग में पी.एन.जी. ईंधन को बढ़ावा देना और पेटकोक व फर्नेस ऑयल पर प्रतिबंध लगाना शामिल है।
  • केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ‘समीर’ एप्लिकेशन को भी डाउनलोड करना चाहिये, जो भारत के विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों के बारे में पूरी जानकारी देता है।

प्री फैक्ट :

  • पर्यावरण मंत्रालय द्वारा ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम’ (एन.सी.ए.पी.) को देश भर के 122 शहरों में लागू किया गया है, जिसका लक्ष्य वर्ष 2024 तक पी.एम. 10 और पी.एम. 2.5 सांद्रता में 20 से 30% की कमी करना है।
  • भारत में पहला उत्सर्जन मानक वर्ष 1991 में पेट्रोल के लिये और वर्ष 1992 में डीज़ल वाहनों के लिये प्रस्तावित किया गया था।
  • BS-VI ईंधन में सल्फर सामग्री की मात्रा BS-IV ईंधन की तुलना में बहुत कम होती है। इसे BS-IV मानक में 50 mg/kg की तुलना में BS-VI मानक में अधिकतम 10 mg/kg तक घटाया जाता है।
  • केंद्र सरकार ने अनिवार्य किया है कि वाहन निर्माता 1 अप्रैल, 2020 से केवल BS-VI (BS6) वाहनों का निर्माण, बिक्री और पंजीकरण करें।
  • बी.एस. VI मानक ईंधन- डीज़ल कारों में नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन को 70% तक कम करता है, जबकि पेट्रोल कारों में 25% तक और वाहनों में पार्टिकुलेट मैटर (पी.एम.) को 80% तक कम करता है।
  • केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का ‘समीर’ एप्लिकेशन भारत के विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करता है।
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