जापान ने एच3 (H3) रॉकेट से एक उन्नत पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ‘ALOS-4’ प्रक्षेपित किया है। इस उपग्रह का अन्य नाम ‘दाइची-4’ (DAICHI-4) भी है ।
ALOS-4 की विशेषताएँ
- इसका प्रक्षेपण H3 लॉन्च व्हीकल की तीसरी उड़ान (H3 F3) से तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से किया गया।
- इसे मुख्यत: पृथ्वी अवलोकन, आपदा प्रतिक्रिया डाटा संग्रह एवं कार्टोग्राफी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- ALOS-4 में चरणबद्ध प्रकार का एल-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार (phased array type L-band synthetic aperture radar -PALSAR-3) लगा है जो सूर्य-तुल्यकालिक कक्षा (Sun-synchronous orbit) में कार्य करेगा।
- यह रडार दिन व रात में निरीक्षण के साथ-साथ बादलों को भेदने में भी सक्षम होगा।
- इस उपग्रह में स्वचालित पहचान प्रणाली (AIS) रिसीवर भी लगा है जो जहाजों से ए.आई.एस. संकेत प्राप्त करके महासागरों की निगरानी करता है।
H3 रॉकेट सिस्टम के बारे में
- इसे मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज के सहयोग से जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) द्वारा विकसित किया गया है।
- H3 लॉन्च व्हीकल लिक्विड-प्रोपेलेंट रॉकेट हैं। यह पहले चरण के इंजन के लिए एक्सपेंडर ब्लीड साइकिल का उपयोग करने वाला दुनिया का पहला रॉकेट है।
- यह रॉकेट H-2A के अगले क्रम का है जो नागरिक व सैन्य मिशनों को लॉन्च करने में उपयोग किया जाता है जिसमें HTV-X अंतरिक्ष यान भी शामिल है। यह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर कार्गो का परिवहन करेगा।
- H3 को H-2A की तुलना में बहुत कम लागत पर संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।