प्रारम्भिक परीक्षा – अमानगढ़ टाइगर रिजर्व (ATR) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1और 3 |
संदर्भ
- अमानगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रमुख बिंदु
- नवीनतम जनगणना आकंड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में परिपक्व बाघों की संख्या 21 तथा 6 शावक थे जो वर्तमान में बढ़कर 28 परिपक्व बाघ एवं 4 शावक हो गई है।
- एक दशक पहले इस क्षेत्र में बाघों की संख्या सिर्फ 12 थी।
- बाघों की वृद्धि का कारण ATR के पास बाघों के लिए पर्याप्त आहार/ भोजन की उपलब्धता है।
समस्या
- बाघों की आबादी में वृद्धि से तेंदुओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
- एक क्षेत्रीय बाघ/बड़ी बिल्ली को रहने के लिए लगभग 8 वर्ग किमी का क्षेत्र चाहिए होता है।बाघों की वृद्धि के कारण ATR क्षेत्र सिकुड़ गया है।
- बाघों की संख्या में वृद्धि के कारण तेंदुओं के आवासीय क्षेत्र में कमी आ रही है, जिससे उन्हें बार-बार जंगल से बाहर मानव आवासीय क्षेत्रों में जाना पड़ता है।
- इस कारण से वन्यजीव और मानव के मध्य संघर्ष देखने को मिल रहा है,जो एक चिंता का विषय बना हुआ है ।
- अमानगढ़ टाइगर रिजर्व (ATR) का क्षेत्र इतना है कि इसमें केवल 12 बाघों को ही रखा जा सकता है।
वन्यजीव और मानव संघर्ष का प्रभाव
- वर्तमान में ATR क्षेत्र में वन्यजीव और मानव संघर्ष के कारण 35 से अधिक तेंदुओं को मानव आवासों में कैद कर लिया गया है तथा तेंदुओं के हमलों में लगभग 16 लोगों की मृत्यु हो गई हैं ।
चुनौतियां
- बाघों की संख्या में वृद्धि के कारण ATR क्षेत्र का विस्तार करना आवश्यक है। लेकिन चरवाहे, गुज्जरों और किसानों के अतिक्रमण के कारण वन एवं घास के मैदान सिकुड़ रहे हैं।
- इस कारण लगभग 1,000 हेक्टेयर वन भूमि नष्ट हो गई है जिसे आने वाले समय में न केवल तेंदुए, बल्कि बाघों के आवासों के भी नष्ट होने की संभावना है ।
सुझाव
- मानव एवं वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए इस क्षेत्र में अधिक क्षेत्रों को आरक्षित वन घोषित किया जाना चाहिए।
अमानगढ़ टाइगर रिजर्व :
- यह टाइगर रिजर्व उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के अमानगढ़ में स्थित है।
- यह टाइगर रिज़र्व मूल रूप से जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का हिस्सा था, लेकिन वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड राज्य बनने के बाद, जिम कॉर्बेट उत्तराखंड चला गया और अमनगढ़ उत्तर प्रदेश में बना रहा। इसका क्षेत्रफल लगभग 578 वर्ग किमी है।
- इसे वर्ष 2012 में बाघ अभयारण्य घोषित किया गया।
विशेषता
- यहाँ पर प्राकृतिक वनस्पति , घास के मैदान, आर्द्रभूमि और घने जंगल आदि पाए जाते हैं।
- इस रिजर्व में पाए जाने वाले प्रमुख जीव-जंतु बाघ, हाथी, हॉग हिरण, दलदली हिरण, भालू, साही, मगर, घड़ियाल, कछुआ, गंगा डॉल्फिन आदि हैं।
- यहाँ पर बंगाल फ्लोरिकन पक्षी, हॉर्नबिल, रेड जंगल फाउल आदि पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती है।
- उत्तर प्रदेश में तीन टाइगर रिज़र्व हैं – दुधवा टाइगर रिज़र्व ,पीलीभीत टाइगर रिज़र्व एवं अमानगढ़ टाइगर रिजर्व ।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :निम्नलिखित में से अमानगढ़ टाइगर रिजर्व (ATR) किस राज्य में स्थित है?
(a) उत्तराखंड
(b) उत्तर प्रदेश
(c) आंध्र प्रदेश
(d) मध्य प्रदेश
उत्तर (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : भारत के टाइगर रिजर्व में बढ़ते वन्यजीवों एवं मानव संघर्ष को कम करने के उपाय सुझाएँ।
|
स्रोत : TIMES OF INDIA