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शेयर जारी करने के फ्रेमवर्क में संशोधन 

चर्चा में क्यों?

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एंकर निवेशकों की लॉक-इन अवधि को बढ़ा दिया है। 

प्रमुख बिंदु

  • एंकर निवेशकों के लिये लॉक-इन अवधि : वर्तमान में एंकर निवेशकों को आवंटित शेयरों के लिये लॉक-इन अवधि आवंटन की तिथि से 30 दिन हैं। स्वीकृत संशोधनों के अनुसार एंकर निवेशकों को आवंटित शेयर के 50% हिस्से को आवंटन की तिथि से 90 दिनों के लिये लॉक-इन कर दिया जाएगा।
  • इसे 1 अप्रैल, 2022 से सभी निर्गमों (Offerings) पर लागू किया जाएगा। अब सामान्य कंपनी कामकाज के लिये आरक्षित कोष की निगरानी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा की जाएगी। इसके अलावा सेबी ने गैर-संस्थागत निवेशकों के लिये आवंटन पद्धति को भी संशोधित किया है।

एंकर निवेशक

यह सार्वजानिक निर्गम में विश्वास जगाने के लिये किसी फर्म या स्टार्टअप के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) में अग्रिम रूप से निवेश करने वाले निवेशक होते हैं। 

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