प्रारंभिक परीक्षा- अमोनिया, कोरोमंडल इंटरनेशनल मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 |
संदर्भ-
- 26 दिसंबर, 2023 को उर्वरक निर्माण कंपनी कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड के एन्नोर इकाई से अमोनिया गैस के लीक की घटना हुई।
मुख्य बिंदु-
- यह घटना समुद्र के नीचे पाइपलाइन के प्री-कूलिंग ऑपरेशन के दौरान घटी।
- इस घटना से क्षेत्र में औद्योगिक सुरक्षा और पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंताएं बढ़ गईं हैं।
- कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड की एन्नोर इकाई में अमोनियम फॉस्फेट पोटाश सल्फेट (APPS) का उत्पादन किया जाता है।
- APPS के निर्माण के लिए कच्चे माल के रूप में बड़ी मात्रा में अमोनिया की आवश्यकता होती है।
- एन्नोर इकाई में 12,500 टन की क्षमता वाला डबल-इंसुलेटेड अमोनियम भंडारण टैंक स्थित है।
गैस रिसाव का स्तर-
- 26 दिसंबर, 2023 को प्री-कूलिंग प्रक्रिया के दौरान पाइपलाइन के दबाव में गिरावट देखी गई और किनारे से लगभग 2 फीट की दूरी पर पाइपलाइन से गैस के बुलबुले निकलते हुए देखा गया।
- टीएनपीसीबी की निरीक्षण टीम के अनुसार, मटेरियल गेट के पास 26 दिसंबर, 2023 को सुबह 3.30 बजे आस- पास के वायु में अमोनिया का स्तर 3 पीपीएम (24 घंटे के औसत 400 माइक्रोग्राम/एम3 के मुकाबले 2090 माइक्रोग्राम/एम3) था।
- 27 दिसंबर, 2023 को सुबह 3.51 बजे पाइपलाइन रिसाव के पास अमोनिया का स्तर भी 3 पीपीएम मापा गया।
- सुबह 3.49 बजे पाइपलाइन रिसाव के बिंदु पर एकत्र किए गए समुद्री जल के नमूने में अमोनिया का स्तर 49 मिलीग्राम/लीटर पाया गया, जो समुद्री निर्वहन मानक 5 मिलीग्राम/लीटर से काफी अधिक है।
- यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ के अनुसार, अल्पकालिक वायु में अमोनिया का अल्पकालिक सांद्रता, जिस पर 15 मिनट से अधिक समय तक सांद्रता संभावित रूप से खतरनाक है, 35 पीपीएम है।
- जिस सांद्रता पर गैस जीवन या स्वास्थ्य के लिए तुरंत हानिकारक होती है, वह 300 पीपीएम है।
- चार घंटों तक एन्नोर में स्थानीय लोग अमोनिया के अत्यधिक उच्च स्तर के संपर्क में रहे।
कार्यवाही-
- राज्य सरकार ने अगले आदेश तक इस इकाई को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया है।
- औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य निदेशालय (ISHD) ने 24 घंटे के भीतर सरकार को एक मूल्यांकन रिपोर्ट और तीन दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए एक तकनीकी समिति का गठन किया गया है।
- तकनीकी समिति में तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) के सदस्य, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के विशेषज्ञ, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (एनईईआरआई), केंद्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान (सीएलआरआई) के क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी शामिल हैं।
- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की दक्षिणी पीठ ने भी स्वत: संज्ञान लिया और 27 दिसंबर, 2023 को टीएनपीसीबी को एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया, जिस पर 2 जनवरी, 2024 को सुनवाई होगी।
- तमिलनाडु सरकार ने आदेश दिया है कि अमोनिया के आयात को फिर से शुरू करने से पहले जहाजों से अमोनिया स्थानांतरित करने के लिए उपयोग की जाने वाली पाइपलाइनों की पूरी तरह से मरम्मत और परीक्षण किया जाना चाहिए।
- इस क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली घटना नहीं है, बल्कि मनाली में चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीपीसीएल) में तेल रिसाव ने निवासियों और मछुआरों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था।
अमोनिया का आयात एवं भंडारण-
- भारत में अमोनिया अधिकांशतः ईरान या सऊदी अरब से तरल रूप में आयात किया जाता है और उन्हीं परिस्थितियों में संग्रहित किया जाता है।
- कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड, एन्नोर में ईरान या सऊदी अरब से आयातित महीने में एक बार 3,000 से 8,000 टन अमोनिया प्राप्त करती है और उतारती है।
- अमोनिया को -33°C पर तरल रूप में प्राप्त किया जाता है और उसी स्थिति में भंडारण टैंक में संग्रहित किया जाता है।
- इसे एन्नोर बंदरगाह से समुद्र तल के नीचे बिछाई गई 2.5 किमी लंबी आठ इंच लचीली उच्च घनत्व पॉलीथीन पाइपलाइन के माध्यम से स्थानांतरित किया जाता है।
- जब अमोनिया का कोई स्थानांतरण नहीं होता है तो पाइपलाइनों को आम तौर पर 2 किग्रा/सेमी2 वाष्प दबाव पर बनाए रखा जाता है।
- जहाजों से अमोनिया के स्थानांतरण से लगभग 36 घंटे पहले अमोनिया को उसकी तरल स्थिति में पंप करने के लिए पाइपलाइन की प्री-कूलिंग प्रक्रिया की जाती है।
अमोनिया के बारे में-
- अमोनिया नाइट्रोजन और हाइड्रोजन का एक यौगिक है जिसका व्यापक रूप से उर्वरकों और फार्मास्यूटिकल्स में उपयोग किया जाता है।
- कमरे के तापमान पर सामान्य परिस्थितियों में अमोनिया एक स्पष्ट, रंगहीन गैस है और इसे पानी में घोला जा सकता है।
- अमोनिया को तरल में बदलने के लिए दबाव डाला और ठंडा किया जा सकता है ताकि इसे संग्रहित और परिवहित किया जा सके।
अमोनिया का उपयोग-
- अमोनिया का उपयोग रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर, रासायनिक उर्वरक आदि में किया जाता है।
- इसका उपयोग पानी की आपूर्ति को शुद्ध करने और प्लास्टिक, विस्फोटक, कपड़े, कीटनाशकों और रंगों सहित कई उत्पादों के निर्माण में बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में किया जा सकता है।
- अमोनिया का उपयोग अपशिष्ट और अपशिष्ट जल उपचार, कोल्ड स्टोरेज, रबर, कागज, खाद्य और पेय उद्योगों में स्टेबलाइज़र, न्यूट्रलाइज़र तथा नाइट्रोजन के स्रोत के रूप में भी किया जाता है।
- इसका उपयोग फार्मास्यूटिकल्स के निर्माण में भी किया जाता है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव-
- पेट में दर्द
- खाँसना
- खांसी में सफेद से गुलाबी रंग का तरल पदार्थ आना (फुफ्फुसीय एडिमा का संकेत)
- त्वचा पर छाले पड़ना
- नाक, गले, फेफड़े और आंखों में जलन होना
- तरलीकृत अमोनिया के संपर्क में आने पर शीतदंश
- गले का सिकुड़ना और सूजन होना
- जी मिचलाना
- स्थायी या अस्थायी अंधापन
- त्वचा का दर्द
- त्वचा की लाली
- उल्टी करना
कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड –
- यह एक भारतीय फसल सुरक्षा निगम है।
- इसकी स्थापना 1960 के दशक में IMC, शेवरॉन और EID पैरी द्वारा की गई थी।
- वर्तमान में कोरोमंडल इंटरनेशनल मुरुगप्पा समूह का हिस्सा है और EID पैरी की सहायक कंपनी है।
- इसका मुख्यालय हैदराबाद में है ।
- मूल रूप से कोरोमंडल फर्टिलाइजर्स नाम की यह कंपनी उर्वरक, कीटनाशक और विशेष पोषक तत्व बनाती है।
- कंपनी की सोलह विनिर्माण इकाइयाँ आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और जम्मू- कश्मीर में स्थित हैं ।
- कंपनी भारत की फॉस्फेटिक उर्वरक की दूसरी सबसे बड़ी निर्माता और विपणनकर्ता है।
- कंपनी कृषि और पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट भारतीय विज्ञान के लिए वार्षिक बोरलॉग पुरस्कार प्रदान करती है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- अमोनिया के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- अमोनिया नाइट्रोजन और हाइड्रोजन का एक यौगिक है।
- भारत अमोनिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर है।
- इसका व्यापक रूप से उर्वरकों और फार्मास्यूटिकल्स उद्योग में उपयोग किया जाता है।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर- (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- संक्षेप में अमोनिया का उपयोग बताते हुए वायु में उसकी अधिक सांद्रता से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्या की विवेचना करें।
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स्रोत- indian express और the hindu