घटनाक्रम:
10 अप्रैल 2020 की रात को इंडोनेशिया के अनक कराकातोआ (Anak Krakatau) ज्वालामुखी में हुए विस्फोट से निकला लावा आकाश में 500 मीटर तक फैल गया| हालाँकि इस विस्फोट से किसी प्रकार की हानि नहीं हुई है|
महत्वपूर्ण तथ्य:
- वर्ष 2018 में अनक कराकातोआ (क्राकातोआ का बच्चा) ज्वालामुखी के फटने के बाद इंडोनेशिया के तटवर्ती क्षेत्रों में सुनामी आई थी| जिससे वहां बड़े स्तर पर जन और धन की हानि हुई थी|
- अनकक्राकातोआ एक छोटा ज्वालामुखी द्वीप है, जोकि सुंडा जलडमरूमध्य में स्थित है| यह 1883 में क्राकातोआ ज्वालामुखी के फटने के बाद बना था|
- 1883 में क्राकातोआ में हुए विस्फोट से वश्विक स्तर पर तापमान में वृधि देखी गई थी| यह विस्फोट जापान में गिराए गए परमाणु बम से 13000 गुना ज्यादा शक्तिशाली था| इसे दुनिया का सबसे भयानक विस्फोट कहा जाता है|
- सुंडा की खाड़ी इंडोनेशिया के जावा और सुमात्रा द्वीप के बीच में स्थित है| यह जावा समुद्र को हिन्द महासागर से जोड़ती है|
- इंडोनेशियाविश्व में सबसे अधिक प्राकृतिक आपदा संभावित देशों में से एक है| यह ‘रिंग ऑफ़ फायर’ (प्रशांत महासागर में एक स्थान जहाँ पर टेक्टोनिक प्लेट के आपस में टकराने से भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट की घटनाएँ अधिक होती हैं) पर स्थित है|
- ज्ञात हो कि वर्ष 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर 9.3 की तीव्रता वाले भूकम्प से आई सुनामी के कारण भारत सहित 14 देश प्रभावित हुए थे, जिसमें दो लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी|