चर्चा में क्यों
हाल ही में, अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने भारतीय नौसेना को 12वाँ लंबी दूरी का समुद्री गश्ती विमान ‘P-8I’ (Long-range Maritime Patrol Aircraft ‘P-8I’) प्रदान किया है। उल्लेखनीय है कि यह विमान वर्ष 2016 में दोनों देशों द्वारा किये गए अनुबंध के तहत प्राप्त किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- लंबी दूरी का समुद्री गश्ती व पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान ‘P-8I’ भारतीय नौसेना के बेड़े का एक अभिन्न अंग है। वर्ष 2013 में पहली बार शामिल किये जाने के बाद से अब तक इसने महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों को हासिल किया है।
- मई 2021 में अमेरिकी विदेश विभाग ने छह अतिरिक्त P-8I विमानों और संबंधित उपकरणों की संभावित बिक्री को मंजूरी दी। इस सौदे की अनुमानित लागत $2.42 बिलियन थी।
- इससे पहले नवंबर 2019 में रक्षा अधिग्रहण परिषद् ने छह विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी (बजटीय बाधाओं के कारण संख्या को 10 से घटाकर छह कर दिया गया था)।
- P-8I नौसैनिक बेड़े एन्क्रिप्टेड संचार प्रणालियों के साथ स्थापित होंगे, क्योंकि भारत ने अमेरिका के साथ ‘संचार संगतता और सुरक्षा समझौते’ (Communications Compatibility and Security Agreement : COMCASA) पर हस्ताक्षर किया है।
- वर्ष 2009 में नौसेना ने 2.2 बिलियन डॉलर के सौदे के तहत आठ P-8I खरीदे थे।