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आतंकवाद का कोई भी रूप मानवता के विरुद्ध

प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3

संदर्भ-

  • नई दिल्ली में हो रहे जी-20 संसदीय अध्यक्षों (P20) के शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध किया। उन्होंने दुनिया से आतंकवाद को परिभाषित करने और एक स्वर में निंदा करने का आह्वान किया, क्योंकि एक विभाजित दुनिया मानवता के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान नहीं ढूंढ सकती है।

मुख्य बिंदु-

  • इजराइल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच चल रहे युद्ध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अक्टूबर,2023 को कहा कि दुनिया में कहीं भी किसी भी, कारण से आतंकवाद का प्रसार मानवता के विरुद्ध है।
  • श्री मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भी आतंकवाद की परिभाषा पर कोई सहमति नहीं है और "मानवता के दुश्मन इसका फायदा उठाते हैं"।

शांति का समय-

  • विभाजित दुनिया वैश्विक चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती।
  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संघर्ष और टकराव से भरी दुनिया किसी को भी फायदा नहीं पहुंचा सकती है और यह शांति एवं भाईचारे का समय है।
  • श्री मोदी  ने कहा, हर कोई जानता है कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में क्या हो रहा है। दुनिया संघर्षों और टकरावों से जूझ रही है, ऐसी संघर्षों और टकरावों से भरी दुनिया किसी के हित में नहीं है।“
  • हमें दुनिया में विश्वास की कमी से निपटना होगा और मानवता केंद्रित विचार प्रक्रिया की ओर बढ़ना होगा। 
  • इस संबंध में, प्रधान मंत्री ने भारत की ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की जी20 थीम का भी उल्लेख किया और दुनिया में समन्वय के लिए सामूहिक निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
  • आतंकवाद के खिलाफ "कठोर दृष्टिकोण" का आह्वान करते हुए, श्री मोदी ने बताया कि कैसे भारत दशकों से सीमा पार आतंकवाद का शिकार रहा है। 
  • उन्होंने 13 दिसंबर, 2001 को संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले को भी याद किया।
  • आतंकवाद, चाहे वह कहीं भी हो, किसी भी कारण से हो, किसी भी रूप में हो, मानवता के खिलाफ है।
  • श्री मोदी ने इस बात पर अफसोस जताया कि अब भी आतंकवाद की परिभाषा पर कोई सहमति नहीं है। 
  • आज भी, आतंकवाद से निपटने पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र में आम सहमति की प्रतीक्षा कर रहा है। दुनिया के इसी रवैये का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं।
  • उन्होंने कहा, "दुनिया भर की संसदों को यह सोचना होगा कि आतंकवाद से निपटने के लिए मिलकर कैसे काम किया जाए।"

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन का थीम क्या था?

(a) एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य

(b) सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय

(c) विश्व एक: एक सामुदायिक निकाय

(d) अहिंसा परमो धर्मः

 उत्तर- (a)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न-  आतंकवाद, चाहे वह कहीं भी हो, किसी भी कारण से हो, किसी भी रूप में हो, मानवता के खिलाफ है। विवेचना करें। (250 शब्द )


स्रोत: द हिंदू
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