चर्चा में क्यों?
हाल ही में, बोलीविया में चापरे वायरस के कई मामले सामने आए हैं। इस वायरस को इबोला वायरस से भी खतरनाक वायरस माना जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- चापरे वायरस का पहला मामला बोलीविया के चापरे प्रांत में दर्ज किया गया था, इसलिये इसे चापरे वायरस नाम दिया गया।
- यह इबोला वायरस के प्रसार के लिये उत्तरदायी एरेनावायरस (Arenavirus) परिवार से सम्बंधित है, जो चापरे रक्तस्रावी बुखार (Chapare hemorrhagic fever– CHHF) का मुख्य कारण है।
- इसके संक्रमण में इबोला की तरह ही रक्तस्रावी बुखार के साथ पेट दर्द, मसूड़ों से रक्तस्त्राव, त्वचा पर छाले तथा आँखों के अंदरूनी हिस्से में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
- सामान्यतः यह वायरस चूहों से फैलता है लेकिन संक्रमित कृंतक जीवों के सीधे सम्पर्क में आने, इनके मल-मूत्र के सम्पर्क में आने से अथवा संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क से भी इस वायरस के फैलने के सबूत मिले हैं, जिसकी पुष्टि अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज़ कंट्रोल (CDS) ने भी की है।
- वर्तमान में चापरे वायरस के इलाज हेतु कोई निर्धारित दवा उपलब्ध नहीं है इसलिये रोगियों के उपचार के लिये इंट्रावेनस तरल पदार्थों (Intravenous Fluids) का उपयोग सहायक दवा के रूप में किया जाता है।
- इस वायरस से संक्रमित होने पर रोगी के हाइड्रेशन स्तर को नियमित रखने के लिये निरंतर तरल पदार्थ दिये जाते हैं।
- चापरे वायरस का पता लगाना अत्यंत कठिन है क्योंकि इसका प्रसार रोगी के श्वसन मार्ग की बजाय तरल पदार्थों के सीधे सम्पर्क में आने से होता है।
बोलीविया
- बोलीविया दक्षिण अमेरिका में स्थित एक स्थलरुद्ध देश है। इसकी दो राजधानियाँ सूक्रे तथा लापाज (प्रशासनिक) हैं।
- यह देश नौ प्रांतों में विभाजित है, पूर्वी निचले क्षेत्र में अमेज़न बेसिन में स्थित है। यह उत्तर और पूर्व में ब्राजील से, दक्षिण-पूर्व में पैराग्वे से, दक्षिण में अर्जेंटीना द्वारा, दक्षिण-पश्चिम में चिली द्वारा तथा उत्तर-पश्चिम में पेरू द्वारा सीमाबद्ध है।