हाल ही में, प्यूर्टो रिको की एरेसीबो/आरसीबो वेधशाला का विशाल रेडियो दूरदर्शी/टेलिस्कोप (विश्व के सबसे बड़े दूरदर्शियों में से एक) 57 वर्षों तक खगोलीय खोजों में योगदान देने के बाद अंततः नष्ट हो गया।
एरेसीबो टेलिस्कोप
- एरेसीबो वेधशाला, जिसे नेशनल एस्ट्रोनॉमी और आयनोस्फीयर सेंटर (NAIC) के रूप में भी जाना जाता है। यह यू.एस. नेशनल साइंस फाउंडेशन (NSF) के स्वामित्व वाली प्योर्टो रिको की एक वेधशाला थी।
- यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल-एपर्चर दूरदर्शियों में से एक था, जो जुलाई 2016 में चीन के पांच सौ मीटर एपर्चर गोलाकार टेलीस्कोप (Five-hundred-meter Aperture Spherical Telescope - FAST) के निर्माण से पहले विश्व का सबसे बड़ा टेलिस्कोप था।
- वर्ष 1963 में इसका निर्माण हुआ था और उसके बाद से इसने तमाम तूफानों और चक्रवातों का सामना किया लेकिन अंतरिक्ष विज्ञान क्षेत्र में प्रासंगिक बना रहा।
इसका योगदान
- सबसे शक्तिशाली रडार होने के नाते, वैज्ञानिकों ने एरेसीबो को ग्रहों, क्षुद्रग्रहों और आयनमंडल का निरीक्षण करने के लिये स्थापित किया था।
- इसके द्वारा कई बड़ी खोजें की गईं, जिसमें दूर स्थित आकाशगंगाओं में प्रीबायोटिक अणु (Prebiotic Molecules) की खोज, पहले एक्सोप्लैनेट की खोज और पहले मिलीसेकंड पल्सर की खोज शामिल है।
- वर्ष 1967 में, एरेसीबो द्वारा यह पता लगाया गया था कि बुध ग्रह 59 दिनों में अपनी परिक्रमा करता है, न कि 88 दिनों में जैसा कि उसके पहले ज्ञात था।