आर्मेनिया अपनी ‘हरित ऊर्जा नीति’ के विजन को आगे बढ़ाते हुए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में 104वें सदस्य के रूप में शामिल हुआ है। इसके अलावा आर्मेनिया सरकार द्वारा जलवायु परिवर्तन को रोकने और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA)
- आई.एस.ए. एक वैश्विक अंतर-सरकारी संगठन है जो कार्बन-तटस्थ भविष्य के लिए सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
- मुख्यालय : राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान, गुरुग्राम (हरियाणा)
- उद्देश्य : यह भारत एवं फ्रांस के बीच एक सहयोगात्मक पहल है जिसका उद्देश्य सौर ऊर्जा समाधानों को लागू करके जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों को एकजुट करना है।
- संकल्पना : इसकी संकल्पना वर्ष 2015 में पेरिस में आयोजित COP21 के दौरान की गई थी।
- पात्रता : इसके फ्रेमवर्क समझौते में वर्ष 2020 के संशोधन के बाद सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश अब इस गठबंधन में शामिल होने के पात्र हैं।
- इसका लक्ष्य वर्ष 2030 तक सौर ऊर्जा में 1 ट्रिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त करना और प्रौद्योगिकी एवं वित्तपोषण लागत को कम करना है।
इसे भी जानिए!
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- अवस्थिति : आर्मेनिया (आर्मेनिया गणराज्य) पश्चिम एशिया के काकेशस क्षेत्र का एक स्थलरुद्ध देश है।
- यह दक्षिणी काकेशस पर्वतमाला और काला सागर तथा कैस्पियन सागर के बीच निम्न भूमि तथा अर्मेनियाई उच्च भूमि के उत्तर-पूर्व में स्थित है।
- राजधानी : येरेवान
- सीमा : यह पश्चिम में तुर्की, उत्तर में जॉर्जिया और पूर्व में अजरबैजान तथा दक्षिण में ईरान से सीमा साझा करता है।
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