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नई दिल्ली में कला प्रदर्शनी का आयोजन

प्रारम्भिक परीक्षा – बाघ संरक्षण कला प्रदर्शनी
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-3

संदर्भ

  • राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority : NTCA) और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सांकला फाउंडेशन द्वारा एक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।

Art-exhibition

प्रमुख बिंदु

  • यह भारत की पहली कला प्रदर्शनी है, जिसे 3 से 5 नवंबर 2023 के मध्य नई दिल्ली में आयोजित किया जायेगा। 
  • इस कला प्रदर्शनी का शीर्षक "मूक वार्तालाप: हाशिये से केंद्र तक"(Silent Conversations: From Margins to the Center) है।
  • यह कला प्रदर्शनी प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में किया जायेगा। 

कला प्रदर्शनी की विशेषता :

  • इस कला प्रदर्शनी का उद्देश्य - भारत के बाघ अभयारण्यों के पास रहने वाले गोंड,भील एवं अन्य आदिवासी समुदायों एवं वन्यजीवों के बीच अद्वितीय संबंध को चित्रकला के रूप में प्रदर्शित करना है। 
  • यह चित्रकला / पेंटिंग खरीद या बेचने के लिए उपलब्ध होगी। 
  • इस चित्रकला की बिक्री से प्राप्त आय सीधे कलाकारों के बैंक खाते में जाएगी, जिससे उनका सामाजिक एवं आर्थिक विकास हो सके।

प्रोजेक्ट टाइगर

  • यह भारत में एक वन्यजीव संरक्षण पहल है।जिसे वर्ष 1973 में प्रारम्भ किया गया था ।
  • इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य-भारत के राष्ट्रीय पशु रॉयल बंगाल टाइगर की सुरक्षा,संरक्षण एवं उसके पर्यावास को मानव मुक्त करना है।जिससे उनकी जनसंख्या में आ रही गिरावट को रोका जा सके।  
  • यह एक सफल प्रोजेक्ट है,जिससे सम्पूर्ण भारत में टाइगर की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
  • टाइगरों की जनसंख्या में वृद्धि होने से वर्तमान भारत में टाइगर रिजर्व की संख्या में भी वृद्धि हुई हैं।यह संख्या 50 से बढ़कर 54 हो गई है। 
  • धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व भारत का 54 वां टाइगर रिजर्व है, जो राजस्थान में स्थित है। 
  • प्रोजेक्ट टाइगर के तहत केवल बाघों को ही संरक्षित नहीं किया जाता है, अपितु इस प्रोजेक्ट के तहत स्थानीय समुदायों को भी संरक्षित किया जाता है और उनको आजीविका के अवसर भी प्रदान किये जाते हैं,जिससे मानव और वन्यजीव संघर्ष को कम किया जा सके। 

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA):

  • राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की स्थापना वर्ष 2006 में की गई थी। 
  • इसका उद्देश्य संपूर्ण भारत में बाघों को संरक्षण प्रदान करना है। 

कार्य क्षेत्र 

  • बाघों की सुरक्षा के लिए नवीनतम तकनीकी उपकरणों का उपयोग करना;
  • उनके आवास की विज्ञान आधारित निगरानी करना ;
  • बाघ अभयारण्यों का स्वतंत्र मूल्यांकन करना ;
  • बाघ अभयारण्यों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना ;
  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए सामुदायिक विकास सुनिश्चित करते हुए वन्यजीवों के लिए सुरक्षित स्थान बनाना आदि ।
  • इन कार्यों के अतिरिक्त यह सांकला फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर कला प्रदर्शनी का आयोजन भी करता है। 

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :

  1. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के द्वारा एक कला प्रदर्शनी का आयोजन कलकत्ता में किया जा रहा है।
  2. इस कला प्रदर्शनी के माध्यम से भारत के बाघ अभयारण्यों के पास रहने वाले आदिवासी समुदायों एवं वन्यजीवों के बीच अद्वितीय संबंध को चित्रकला के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। 
  3. इस चित्रकला कि बिक्री से प्राप्त आय सीधे कलाकारों के बैंक खाते में जाएगी।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

(a) केवल एक

(b) केवल दो

(c) सभी तीन

(d) कोई नहीं 

उत्तर : (b)

मुख्य परीक्षा प्रश्न : राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) क्या है ? इसके कार्य क्षेत्र पर प्रकाश डालिए?

स्रोत : PIB

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