चर्चा में क्यों
भारत को वर्ष 2022-24 के लिये एशियाई चुनाव प्राधिकरण संघ (Association of Asian Election Authorities : AAEA) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- मई 2022 में मनीला (फिलीपींस) में संपन्न हुई बैठक में भारत को सर्वसम्मति से वर्ष 2022-2024 के लिये ए.ए.ई.ए. का नया अध्यक्ष चुना गया है।
- उल्लेखनीय है कि भारत से पूर्व ए.ए.ई.ए. का अध्यक्ष चुनाव आयोग, मनीला था। कार्यकारी बोर्ड में नए सदस्यों में अब रूस, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, मालदीव, ताइवान और फिलीपींस शामिल हैं।
- समावेशी और सहभागी चुनावों के लिये चुनावी व राजनीतिक प्रक्रियाओं में सामाजिक-राजनीतिक बाधाओं को तोड़ने के लिये भारत द्वारा विभिन्न ठोस एवं लक्षित हस्तक्षेपों पर प्रकाश डालते हुए 'चुनावों में लैंगिक मुद्दों' पर भी चर्चा की गई।
ए.ए.ई.ए. की स्थापना और सदस्यता
- 21वीं सदी में एशियाई चुनाव के बारे में मनीला, फिलीपींस में 26-29 जनवरी, 1997 को आयोजित संगोष्ठी के प्रतिभागियों द्वारा पारित किये गए संकल्प के अनुपालन में एशियाई चुनाव प्राधिकरण संघ की स्थापना वर्ष 1998 में की गई थी।
- ए.ए.ई.ए. का मिशन निर्वाचन अधिकारियों में अनुभवों और श्रेष्ठ प्रथाओं को साझा करने तथा खुले व पारदर्शी चुनावों को बढ़ावा देने के लिये एशियाई क्षेत्र में गैर-पक्षपातपूर्ण मंच प्रदान करना है। ए.ए.ई.ए. विश्व निर्वाचन निकायों के 118 सदस्यीय संघ (A-WEB) का सहयोगी सदस्य भी है। ।
- वर्तमान में 20 एशियाई देशों के चुनाव आयोग ए.ए.ई.ए. के सदस्य हैं। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ए.ए.ई.ए. का संस्थापक सदस्य है।
- भारत निर्वाचन आयोग इससे पूर्व वर्ष 2011-13 के दौरान ए.ए.ई.ए. के कार्यकारी बोर्ड में उपाध्यक्ष और वर्ष 2014-16 के दौरान अध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत रहा है।