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क्षुद्रग्रह एपोफिस

  • इसरो अपने नेटवर्क फॉर स्पेस ऑब्जेक्ट्स ट्रैकिंग एंड एनालिसिस (NETRA) सुविधा का उपयोग करके "अराजकता के देवता" (God of Chaos) उपनाम से प्रसिद्ध क्षुद्रग्रह 99942 अपोफिस की निगरानी कर रहा है।
  • 99942 अपोफिस एक पृथ्वी के निकट स्थित क्षुद्रग्रह है, जो 2029 में पृथ्वी की सतह समीप से गुजरेगा।
  • एपोफिस के बारे में मुख्य तथ्य :
    • खोज : इसकी खोज 2004 में हुई थी।
    • आकार: लगभग 1,200 फीट (370 मीटर) व्यास का पिंड।
    • कक्षा: अपोफिस 324 दिन में सूर्य की परिक्रमा करता है।
    • पृथ्वी से निकटता : 13 अप्रैल, 2029 को पृथ्वी के बहुत करीब से गुजर सकता है। यह हमारे ग्रह से लगभग 20,000 मील (32,000 किलोमीटर) की दूरी से गुजर सकता है, जो कई उपग्रहों की कक्षाओं से भी अधिक करीब है।
  • महत्व : यह निकट संपर्क वैज्ञानिकों को रडार और ऑप्टिकल दूरबीनों का उपयोग करके क्षुद्रग्रह का विस्तार से अध्ययन करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। 
    • इससे पृथ्वी के निकट क्षुद्रग्रहों और उनके संभावित प्रभाव जोखिमों के बारे में समझ को परिष्कृत करने में भी मदद मिल सकती है। 

क्षुद्रग्रहों के संघटन तत्व 

  • क्षुद्रग्रहों को उनके संघटक तत्वों के आधार पर तीन व्यापक संरचना वर्ग C, S और M वर्गीकृत किया जाता है : 
    • C-प्रकार (Chondrite) :  C-प्रकार के क्षुद्रग्रह सबसे आम हैं। ये संभवतः मिट्टी और सिलिकेट चट्टानों से बने होते हैं और दिखने में गहरे रंग के होते हैं। ये सौर मंडल की सबसे प्राचीन वस्तुओं में से हैं।
    • S-प्रकार (Stony) :  सिलिकेट सामग्री और निकल-आयरन से बने होते हैं।
    • M-प्रकार (Metallic) :  निकल-लोहा से बने होते हैं। 
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