प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, हनले डार्क स्काई रिजर्व, इंटरनेशनल डार्क स्काई एसोसिएशन मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 (अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी) |
संदर्भ:
खगोल विज्ञान के एंबेसडर के रूप में अक्टूबर 2022 में चुने गए हनले के 18 महिलाओं सहित 24 एंबेसडरों का प्रशिक्षण हाल ही में समाप्त हुआ।
मुख्य बिंदु:
- लद्दाख में खगोल विज्ञान का पर्यटन केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और बेंगलुरु स्थित भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA) की एक संयुक्त पहल है।
- इन एंबेसडरों को लद्दाख में स्थित भारत के पहले डार्क रिजर्व में खगोल विज्ञान पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी खगोल विज्ञान में प्रशिक्षित किया गया है।
- प्रत्येक एंबेसडर को 8 इंच का टेलीस्कोप दिया गया है।
- एंबेसडर पर्यटकों को निम्नलिखित आकाशीय पिंडो के बारे में जानकारी देंगे;
- आकाशगंगाएं -मिल्की वे और एंड्रोमेडा
- रिंग और ईगल नेबुला
- चंद्रमा और उसके क्रेटर
- बृहस्पति एवं शनि जैसे ग्रह तथा इसके छल्ले आदि।
डार्क स्काई रिजर्व के बारे में:
- डार्क स्काई रिजर्व इंटरनेशनल डार्क स्काई एसोसिएशन (IDSA) द्वारा दिया गया एक नाम है।
- IDSA के अनुसार, डार्क स्काई रिजर्व वह स्थान है जो वैज्ञानिक, प्राकृतिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, विरासत आदि के पर्यटन के लिए कानूनी रूप से संरक्षित है।
- यह सुनिश्चित करने के लिए नीतियां हों, कि उस क्षेत्र में न्यूनतम कृत्रिम प्रकाश हस्तक्षेप हो।
- वर्तमान में दुनिया भर में 20 डार्क स्काई रिजर्व हैं,
- यूनाइटेड किंगडम में – 7
- फ्रांस में- 4
- संयुक्त राज्य अमेरिका में- 2
- जर्मनी में- 2
- न्यूजीलैंड में- 1
- कनाडा में- 1
- नामीबिया में- 1
- ऑस्ट्रेलिया में- 1
डार्क स्काई रिजर्व इंटरनेशनल डार्क स्काई एसोसिएशन (IDSA)
- IDSA विश्व का पहला अंतराष्ट्रीय डार्क स्काई एसोसिएशन है।
- यह संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1988 में की गयी थी।
- इसका मुख्य उद्देश डार्क, स्टार फील्ड नाईट के मूल्यों के बारें में जागरूकता पैदा करना और शिक्षा के माध्यम से उनकी सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देना है।
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डार्क स्काई रिजर्व के लिए उपयुक्त भूमि:
- इंटरनेशनल डार्क स्काई एसोसिएशन के अनुसार, किसी भूमि को डार्क स्काई रिजर्व की स्थापना के लिए उस समय उपयुक्त माना जाता है, जब-
- वह या तो सार्वजनिक या निजी स्वामित्व में है।
- एक वर्ष के दौरान आंशिक रूप से या पूरी तरह से जनता के लिए सुलभ हो।
- वैज्ञानिक, प्राकृतिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, विरासत आदि के लिए कानूनी रूप से संरक्षित हो।
- इसका कोर क्षेत्र इसके आसपास के शहरों और गांवों के सापेक्ष एक विशेष डार्क स्काई संसाधन प्रदान करता हो।
- उसे रिजर्व, पार्क या अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया गया हो।
लद्दाख को क्यों चुना गया:
- लद्दाख एक ठंडा रेगिस्तान है, जो ऊंचे पहाड़ों पर समुद्र तल से लगभग 3,000 मीटर ऊपर स्थित है।
- इसकी निम्नलिखित विशेषता इसे खगोलीय वेधशालाओं और डार्क स्काई रिजर्व की स्थापना के लिए आदर्श स्थान बनाती है;
- शुष्कता, सीमित वनस्पति, उच्च ऊंचाई और विरल आबादी वाले बड़े क्षेत्र।
- हनले में आकाश को देखने का सबसे अच्छा समय मध्य अप्रैल से अक्टूबर तक है।
- हनले में पहले से ही भारतीय खगोलीय वेधशाला (IAO) है;
- समुद्र तल से 4,500 मीटर की ऊंचाई पर सरस्वती पर्वत से संचालित इस वेधशाला ने स्थानीय युवाओं में खगोल विज्ञान में रुचि जगाने में मदद की है।
- इस वेधशाला में हिमालयन चंद्र टेलीस्कोप स्थित है,
- यह 2 मीटर ऑप्टिकल-इंफ्रारेड टेलीस्कोप है।
- इसका नाम भारतीय-अमेरिकी नोबेल पुरस्कार विजेता सुब्रह्मण्यन चंद्रशेखर के नाम पर रखा गया है।
- यह वर्ष 2001 से ही हनले की वेधशाला में है।
हनले डार्क स्काई रिजर्व (HDSR):
- यह रिजर्व हनले के 6 गांवो भोक, खुल्डो, शादो, पुंगुक, नागा और चांगथांग वन्यजीव अभयारण्य के भीतर रहने वाले तिब्बती शरणार्थी में फैला हुआ है।
- यहाँ की कुल आबादी लगभग 2,000 है।
उद्देश्य:
- स्थानीय स्कूलों और विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग करते हुए अगली पीढ़ी के खगोलविदों, संरक्षणवादियों और पर्यावरण के प्रति जागरूक पर्यटकों को प्रेरित करना।
- कार्यशालाओं, स्टारगेज़िंग घटनाओं और खगोलविदों के साथ इंटरैक्टिव (संपर्क) सत्रों के माध्यम से, छात्रों और पर्यटकों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होता है।
- इससे ब्रह्मांड के बारे में अच्छी जानकारी मिलती है।
- पर्यावरण के अनुकूल कार्यप्रणाली को अपनाने और पर्यटकों के बीच जागरूकता को बढ़ावा देने के कारण यह परियोजना इकोटूरिज्म को बढ़ावा देती है।
- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लक्षद्वीप में भी खगोल विज्ञान पर्यटन को शुरू करने के प्रयास हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों का सहयोग एवं उनको मिले लाभ:
- डार्क स्काई रिजर्व के लिए जून 2023 में खगोल विज्ञान के एंबेसडरों के लिए एक सप्ताह का रिफ्रेशर कोर्स संचालित किया गया।
- प्रकाश प्रदूषण को कम करने के लिए HDSR के घोषणा के बाद स्थानीय लोगों को भी इसमें सहयोग के लिए शामिल किया गया।
- स्थानीय लोगों द्वारा निम्नलिखित प्रकार से सहयोग किया गया;
- सभी वाहन उपयोगकर्ता HDSR में प्रवेश करने पर अपनी हेडलाइट्स को कम करते थे।
- स्थानीय घरों से कम रोशनी का उपयोग किया जाता था।
- हनले में खिडकियों पर मोटे प्लाई के दरवाजे और मोटे पर्दे लगाए गए।
- खगोल विज्ञान पर्यटन के विकास से स्थानीय युवाओं को आजीविका के साधन की प्राप्ति हुई।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न:
प्रश्न: डार्क स्काई रिजर्व की स्थापना के लिए कौन- सी भूमि उपयुक्त मानी जाती है?
- वह या तो सार्वजनिक या निजी स्वामित्व में है।
- एक वर्ष के दौरान आंशिक रूप से या पूरी तरह से जनता के लिए सुलभ हो।
- वैज्ञानिक, प्राकृतिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, विरासत आदि के लिए कानूनी रूप से संरक्षित हो।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर- (d)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न:
प्रश्न: हनले में स्थापित भारत के पहले डार्क स्काई रिजर्व से लद्दाख में पर्यटन का विकास होगा। स्पष्ट कीजिए।
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