(प्रारंभिक परीक्षा : विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी) |
गगनयान मिशन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (National Aeronautics and Space Administration : NASA) के सहयोगात्मक प्रयास के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन जाएगा।
एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 mission)
- क्या है: अंतरिक्ष यात्रियों को आई.एस.एस. ले जाने वाला मिशन
- यह नासा और एक निजी अमेरिकी कंपनी एक्सिओम स्पेस का चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है।।
- मिशन का लक्ष्य : फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अगस्त 2024 में प्रक्षेपण करना तथा चौदह दिनों की अवधि के लिए आई.एस.एस. से जुड़ना
- भारत-अमेरिका अंतरिक्ष सहयोग लक्ष्यों के तहत अंतरिक्ष यात्री नासा, अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों और स्पेसएक्स के साथ प्रशिक्षण लेंगे।
- एक्सिओम स्पेस ने स्पेसएक्स को अंतरिक्ष स्टेशन से आने-जाने के लिए परिवहन के लिए लॉन्च प्रदाता के रूप में अनुबंधित किया है और निजी अंतरिक्ष यात्रियों को ड्रैगन अंतरिक्ष यान के सिस्टम, प्रक्रियाओं और आपातकालीन तैयारियों से परिचित कराया है।
गगनयान मिशन
- गगनयान परियोजना एक विशाल उपक्रम है जो तीन दिवसीय मिशन के लिए अंतरिक्ष में चार चालक दल भेजने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
- यह मिशन भारत के प्राथमिक अंतरिक्ष केंद्र, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) से लॉन्च होगा।
- भारत का अपना मानव अंतरिक्ष यान के वर्ष 2025 से पहले निर्मित होने की संभावना नहीं है।
- इसके तहत मानव को लेकर पहली उड़ान दो सफल मानव रहित उड़ानों के बाद ही शुरू की जाएगी।
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