प्रारंभिक परीक्षा – काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, भारतीय गैंडा मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 3 – पर्यावरण संरक्षण |
सन्दर्भ
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में वन रक्षकों के तेजी से आवागमन के लिए भारतीय सेना द्वारा बेली ब्रिज का निर्माण किया जायेगा।
महत्वपूर्ण तथ्य
- काजीरंगा के बाढ़-प्रवण संवेदनशील इलाकों में मौजूदा लकड़ी के ढांचों की जगह पर बेली ब्रिज का निर्माण किया जायेगा।
- इन पुलों के निर्माण से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के दौरान संचार समस्या का स्थायी समाधान हो जायेगा।
- इन पुलों के निर्माण से अवैध शिकार विरोधी शिविरों का संचालन करने वाले वन रक्षकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
- काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम के गोलाघाट और नगाँव जिले में फैला है।
- दिपलू नदी, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से होकर बहती है
- इसे वर्ष 1974 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
- काजीरंगा को वर्ष1985 में अपने अद्वितीय प्राकृतिक पर्यावरण के लिए यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया।
- बर्ड लाइफ इंटरनेशनल सोसाइटी द्वारा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को एक महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र घोषित गया है।
- यह उद्यान भारतीय गैंडे (राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस) का निवास स्थान है।
- वर्ष 2022 की गणना के अनुसार, यहाँ लगभग 2,613 गैंडे हैं।
- गैंडो के अतिरिक्त यहाँ बाघ, दलदली हिरण, जंगली भैंसा, हाथी, बिल्ली, भारतीय सिवेट, सांभर, बार्किंग हिरण, हॉग हिरण, गौर, हूलॉक गिब्बन, असमिया मकाक, रीसस मकाक, स्लॉथ भालू, और ऊदबिलाव आदि जानवर पाए जाते हैं।
भारतीय गैंडा
- इसे एक सींग वाला गैंडा भी कहा जाता है।
- इसका वैज्ञानिक नाम राइनोसेरोस यूनिकॉर्निस (Rhinoceros unicornis) है।
- ये भारतीय उपमहाद्वीप के पूरे उत्तरी भाग में गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी घाटियों के साथ मुख्यतया भारत एवं नेपाल में पाए जाते हैं।
- वनों में इनकी कुल आबादी लगभग 3,700 हैं, जिनमें से 2,613 गैंडे काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं
- इनकी सीमित आबादी ओरंग एवं मानस राष्ट्रीय उद्यान और पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य में भी निवास करती हैं।
- भारतीय गैंडों को सींगों के अवैध शिकार, आवासों के विनाश, घटती आनुवंशिक विविधता आदि के कारण संकट का सामना करना पड़ रहा है।
संरक्षण
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 : अनुसूची I
- आई.यू.सी.एन. की लाल सूची : सुभेद्य (Vulnerable)
- साइट्स (CITES) : परिशिष्ट I
- वर्ष 2019 में असम सरकार ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में गैंडों के अवैध शिकार को नियंत्रित करने के लिये एक विशेष राइनो सुरक्षा बल (Special Rhino Protection Force) का गठन किया।
- असम के राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों में शिकारियों को खोजने के लिये एक प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड तैनात किया गया है।
- इस डॉग स्क्वायड को 'के9 यूनिट' के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना वर्ष 2011 में जैव विविधता संगठन 'आरण्यक' द्वारा की गई थी।