
- हाल ही में गृह मंत्रालय ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (LTTE) पर प्रतिबंध 5 वर्ष के लिए बढ़ा दिया।
- यह प्रतिबन्ध गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत बढ़ाया गया है।
- केंद्र सरकार के अनुसार, यह संगठन अभी भी उन गतिविधियों में लिप्त है, जिससे देश की अखंडता और सुरक्षा को खतरा है।
लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम
- इसका गठन 1970 के दशक में हुआ था।
- इसका उद्देश्य उत्तरी और पूर्वी श्रीलंका को मिलाकर एक स्वतंत्र तमिल राष्ट्र की स्थापना करना था।
- इस संगठन का प्रमुख नेता वेल्लुपिल्लई प्रभाकरन था।
- वर्ष 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद भारत में इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।