प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, पेटीएम पेमेंट्स बैंक, RBI मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 |
संदर्भ-
RBI ने 31 जनवरी, 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) पर प्रतिबंध लगाते हुए मार्च, 2024 से मोबाइल वॉलेट के संचालन पर रोक लगा दी है।
मुख्य बिंदु-
- ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी लेखा परीक्षकों की बाद की अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट में "बैंक में लगातार गैर-अनुपालन और निरंतर सामग्री पर्यवेक्षी समस्याओं" का पता चला है।
- RBI की यह कार्रवाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस रद्द नहीं करता है।
- RBI की इस कार्रवाई ने कंपनी के संचालन को काफी हद तक प्रतिबंधित किया है।
- पेटीएम के महत्वपूर्ण ग्राहक आधार को देखते हुए RBI की कार्रवाई बड़ी संख्या में ग्राहकों को प्रभावित कर सकता है।
- RBI नेPPBL के ग्राहकों को बिना किसी प्रतिबंध के उनकी शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति दी है।
आरबीआई के निर्देश-
- RBI ने “लगातार गैर-अनुपालन और सामग्री पर्यवेक्षी चिंताओं" के कारण 29 फरवरी, 2024 के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक को व्यावहारिक रूप से उसकी सभी प्रमुख सेवाओं को स्वीकार करने से रोक दिया है, जिसमें –
- किसी भी ग्राहक खाते में जमा या टॉप-अप
- प्रीपेड उपकरण
- वॉलेट, फास्टैग
- नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC)
- फंड ट्रांसफर
- BBPOU
- UPI
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के नोडल खातों को जल्द से जल्द समाप्त किया जाना चाहिए, किंतु 29 फरवरी, 2024 से पहले नहीं।
- सभी पाइपलाइन लेनदेन और नोडल खातों का निपटान 15 मार्च, 2024 तक पूरा किया जाना चाहिए, क्योंकि उसके बाद किसी भी लेनदेन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पाइपलाइन लेनदेन को सार्वजनिक इक्विटी में निजी निवेश के रूप में जाना जाता है। यह एक सूचीबद्ध कंपनी के वित्तपोषण का एक रूप है जहां सूचीबद्ध कंपनी के शेयर उद्यम पूंजी या निजी इक्विटी निवेशकों को आवंटित किए जाते हैं।
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ग्राहकों द्वारा अपने राशि की निकासी-
- बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड उपकरण, फास्टैग, NCMC आदि से अपने पेटीएम खातों से ग्राहकों को शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति बिना किसी प्रतिबंध के दी जानी है।
- RBI के निर्देश में ऋण, म्यूचुअल फंड, बिल भुगतान, डिजिटल सोना और क्रेडिट कार्ड जैसी कई अन्य सेवाओं का उल्लेख नहीं किया गया है।
RBI द्वारा पेटीएम पर कार्रवाई के कारण-
- RBI पेटीएम पेमेंट्स बैंक का वर्ष, 2018 से जांच कर रहा है।
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक और इसकी मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस भी आवश्यक सूचनाओं की कमी और चीन स्थित संस्थाओं तक डेटा पहुंचाने के लिए RBI की जांच के दायरे में आ गए थे।
- चीन स्थित संस्थाएं पेटीएम पेमेंट्स बैंक में वन97 कम्युनिकेशंस के माध्यम से अप्रत्यक्ष शेयरधारक थी।
- लंबे समय तक इन समस्याओं को दूर करने में विफलता के कारण RBI को यह कार्रवाई करनी पड़ी।
- चीनी समूह अलीबाबा की सहयोगी कंपनी एंटफिन वन97 कम्युनिकेशंस में अपनी हिस्सेदारी कम कर रही है, फिर भी वह कंपनी में शेयरधारक है।
- स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर, 2023 तक एंटफिन के पास कंपनी में 9.89 फीसदी हिस्सेदारी थी।
- पिछले कुछ वर्षों से भारत और चीन के बीच ख़राब संबंधों को देखते हुए भारतीय कंपनियों में चीनी निवेश का भारतीय नियामकों द्वारा गहन जांच किया जा रहा है।
- RBI को पेटीएम पेमेंट्स बैंक और उसके मूल वन97 कम्युनिकेशंस के बीच घनिष्ठ संबंधों को लेकर भी चिंता थी।
- भुगतान बैंकों को प्रमोटर समूह संस्थाओं से कुछ दूरी बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
पेटीएम के खिलाफ RBI की पहले की कार्रवाई-
- अक्टूबर, 2023 में RBI ने नियामक अनुपालन में कमियों के कारण पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.39 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था।
- RBI के अनुसार, पेटीएम पेमेंट्स बैंक भुगतान सेवाएं प्रदान करने के लिए उसके द्वारा शामिल की गई संस्थाओं के संबंध में-
- लाभकारी स्वामी की पहचान करने में विफल रहा।
- भुगतान लेनदेन की निगरानी नहीं की।
- भुगतान सेवाओं का लाभ उठाने वाली संस्थाओं की जोखिम प्रोफाइलिंग नहीं की।
- नियामक सीमा का उल्लंघन किया।
- कुछ ग्राहकों ने अग्रिम खातों में दिन का शेष और देरी से साइबर सुरक्षा घटना की सूचना दी।
- RBI ने 11 मार्च, 2022 को PPBL को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहकों को जोड़ना बंद करने का निर्देश दिया था।
- बैंक RBI के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए ऑफ़लाइन मोड के माध्यम से ग्राहकों को जोड़ना जारी रखा था।
- इस कारण भी आगे की कार्रवाई की आवश्यकता थी।
- RBI ने वर्ष, 2018 में कंपनी द्वारा नए उपयोगकर्ताओं जोड़ने के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं, विशेष रूप से KYC मानदंडों पर कुछ निर्देश दिए थे।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL)-
- यह एक भारतीय भुगतान बैंक है।
- इसकी स्थापना वर्ष, 2017 में हुई थी।
- वर्ष, 2017 में ही इसे RBI से भुगतान बैंक चलाने का लाइसेंस प्राप्त हुआ, जिसे नवंबर 2017 में लॉन्च किया गया।
- वर्ष, 2021 में बैंक को RBI से अनुसूचित बैंक का दर्जा प्राप्त हुआ।
- इसका मुख्यालय नोएडा में है।
- यह मोबाइल भुगतान कंपनी पेटीएम का हिस्सा है।
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस है।
- विजय शेखर शर्मा के पास इसमें 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है और वन97 कम्युनिकेशंस के पास 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
- विजय शेखर शर्मा पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रमोटर हैं।
- वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड को इसके प्रमोटरों में के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है।
- पेटीएम के संस्थापक और अध्यक्ष विजय शेखर शर्मा पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अंशकालिक अध्यक्ष भी हैं।
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास 100 मिलियन से अधिक ‘नो योर कस्टमर’ (KYC) सत्यापित ग्राहक हैं।
- यह 8 मिलियन से अधिक फास्टैग इकाइयां जारी करने के साथ फास्टैग का सबसे बड़ा जारीकर्ता भी है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)-
- भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार एक निजी बैंक के रूप में की गई थी।
- इसका केंद्रीय कार्यालय प्रारंभ में कोलकाता में स्थापित किया गया था।
- वर्ष, 1937 में केंद्रीय कार्यालय को स्थायी रूप से मुंबई में स्थानांतरित कर दिया गया।
- वर्ष, 1949 में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- PPBLएक भारतीय भुगतान बैंक है।
- इसकी स्थापना वर्ष, 2017 में हुई थी।
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मूल कंपनी पेटीएम है।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर- (a)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारणों एवं आरबीआई के दिशा- निर्देश की विवेचना कीजिए।
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