त्रिपुरा के सेपाहीजाला वन्यजीव अभयारण्य (Sepahijala Wildlife Sanctuary) में पहली बार इंडोमालयन क्षेत्र की तितली की एक दुर्लभ प्रजाति देखी गई है।
- इस प्रजाति की पहचान बैंडेड रॉयल तितली या ‘रचना जलिन्द्र इंद्र’ (Banded Royal Butterfly or Rachana Jalindra Indra) के रूप में की गई है।
- यह इंडोमलय क्षेत्र में पाई जाने वाली लाइकेनिडे कुल (Lycaenidae Family) की तितली है। इस प्रजाति का वर्णन सबसे पहले थॉमस हॉर्सफील्ड ने वर्ष 1829 में किया था।
- वंश (Genus) : रचना (Rachana)
- कुल (Family) : लाइकेनिडे (Lycaenidae)
- संरक्षण : भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची II के अंतर्गत संरक्षित
- भारत में इस तितली की तीन उप-प्रजातियाँ-
- आर. जे. मैकेंटिया (R. j. macantia) : (दक्षिण-पश्चिम भारत से गोवा तक वितरित)
- आर. जे. टारपीना (R. j. tarpina) : (अंडमान में वितरित)
- आर. जे. इंद्र (R. j. indra) : (उड़ीसा से निचले पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तक वितरित)
- यह प्रजाति चरना मैंडरिनस (Charana mandarinus) से सर्वाधिक मिलती-जुलती है।