प्रारंभिक परीक्षा – बन्नी महोत्सव (Banni Festival) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-1 |
चर्चा में क्यों
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के देवरगट्टू में पारंपरिक बन्नी उत्सव के दौरान 24 अक्टूबर 2023 को तीन लोगों की जान चली गई और सौ से अधिक घायल हो गए।
प्रमुख बिंदु
- बन्नी उत्सव के दौरान मूर्तियों पर कब्जा करने के लिए नकली/नाटकीय लड़ाई को संदर्भित करता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस त्योहार पर प्रतिबंध लगाया है।
- कुरनूल जिले के देवरगट्टू में हर साल विजयादशमी के दिन छड़ी लड़ाई एक परंपरा है।
- इसकी उत्पत्ति विजयनगर साम्राज्य के समय हुई थी।
- इसका उद्देश्य प्रतीकात्मक रूप से देवताओं की टीम से मूर्तियों को प्राप्त करना है, जिससे बन्नी लड़ाई शुरू हो सके।
- यह माला मल्लेश्वर स्वामी मंदिर (आंध्र प्रदेश और कर्नाटक की सीमा पर स्थित) के परिसर में आयोजित किया जाता है।
त्योहार मनाने का कारण
- गौरतलब है कि गांव में माला मल्लेश्वरा स्वामी मंदिर के सम्मान में आयोजित होने वाले इस उत्सव में लाठियों से होने वाली एक लड़ाई भी शामिल होती है, जहां प्रतिभागी दो देवताओं को अपने पास रखने की कोशिश करते हैं।
- लोगों की यह मान्यता है कि यदि वे दोनों में से किसी देवता की मूर्ति को अपने यहां लाने में कामयाब होते हैं, तो इससे उनके गांव में समृद्धि आएगी।
- मंदिर का स्वामित्व और प्रबंधन नेरानिकी गांव के निवासियों द्वारा किया जाता है जो इन देवताओं की रक्षा करते हैं।
- लोककथाओं के अनुसार मणि और मल्लासुरा नाम के दो राक्षस पास की पहाड़ियों में रहते थे और कुछ संतों को बहुत परेशान करते थे।
- इससे परेशान होकर संतों ने भगवान परमेश्वर(शिव) और पार्वती से उन्हें बचाने की प्रार्थना की, जिसके बाद परमेश्वर पहाड़ी के ऊपर एक पत्थर पर प्रकट हुए और दशहरे की रात राक्षसों को खत्म कर दिया।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के देवरगट्टू में पारंपरिक बन्नी उत्सव का आयोजन होता है।
- हर साल विजयादशमी के दिन छड़ी लड़ाई एक परंपरा है।
- इसकी उत्पत्ति बहमनी साम्राज्य के समय हुई थी।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : बन्नी महोत्सव क्या है ? पारंपरिक महोत्सव भारतीय संस्कृति को किस प्रकार समृद्ध बनाते है उल्लेख कीजिए।
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स्रोत: the hindu