बेलारूस शंघाई सहयोग संगठन में 10वें सदस्य देश के रूप में शामिल
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 24वीं बैठक कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित की गई ।
इस बैठक में बेलारूस को शंघाई सहयोग संगठन के 10वें पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया।
बेलारूस वर्ष 2010 में शंघाई सहयोग संगठन में एक संवाद साझेदार और वर्ष 2015 में एक पर्यवेक्षक राज्य बन गया।
भारतीय प्रधानमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए और भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने किया।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है।
इसका गठन जून 2001 में शंघाई(चीन) में किया गया था।
SCO के गठन से पहले शंघाई फाइव नाम का एक संगठन था। कज़ाखस्तान, चीन, किर्गिज़स्तान, रूस और ताजिकिस्तान शंघाई फाइव के सदस्य थे।
वर्ष 2001 में उज़्बेकिस्तान के शामिल होने के बाद शंघाई फाइव का नाम बदलकर शंघाई सहयोग संगठन कर दिया गया।
वर्ष 2017 में भारत तथा पाकिस्तान को इस संगठन का सदस्य बनाया गया।
दुशांबे में आयोजित वर्ष 2021 की शिखर वार्ता में ईरान को पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया।
रूसी तथा मंडारिन, SCO की आधिकारिक भाषाएँ हैं।
यह शंघाई स्पिरिट नामक दर्शन से संचालित होता है, जो कि सद्भाव, सर्वसम्मति से काम करने, दूसरों की संस्कृति का सम्मान करने तथा दूसरों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करने एवं गुटनिरपेक्षता पर बल देता है।
SCO की अध्यक्षता सदस्य देशों द्वारा रोटेशन के आधार पर एक-एक वर्ष के लिए की जाती है।
यह संगठन दुनिया की लगभग 42% आबादी, 22% भूमि क्षेत्र और 20% सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करता है।
बेलारूस
बेलारूस एक यूरोपीय देश है
यह एक भूमि से घिरा हुआ(landlocked) देश है।
इसकी सीमा पोलैंड, रूस, लिथुआनिया, लातविया और यूक्रेन से लगती है।