प्रारंभिक परीक्षा – बेन गुरियन नहर परियोजना (Ben Gurion Canal Project) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-1 |
संदर्भ
मध्य पूर्व में वर्तमान में इज़राइल-फिलिस्तीन संकट ने बेन गुरियन नहर परियोजना पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित किया है।
प्रमुख बिंदु
- इजरायल-फिलिस्तीन, मिस्र, जॉर्डन के भौगोलिक क्षेत्र में स्वेज नहर स्थित है।
- स्वेज कैनाल के बनने के बाद यूरोप और एशिया के बीच की दूरी कम हो गई और व्यापार में जबरदस्त उछाल देखी गई।
- लाल सागर को भूमध्य सागर से जोड़ने एवं स्वेज़ नहर का एक विकल्प कई दशक पहले नेगेव रेगिस्तान के माध्यम से एक नया जलमार्ग बनाने का प्रस्ताव दिया गया था।
- लेकिन योजना कभी आगे नहीं बढ़ सकी यही कारण है कि 'बेन गुरियन नहर की फिर से चर्चा हो रही है क्योंकि इज़राइल गाजा में हमास को नष्ट कर नहर बनाने का प्रयास कर सकता है।
- एक अनुमान यह भी है कि गाजा पट्टी से हमास को खत्म करने और फिलिस्तीन पर नियंत्रण प्राप्त करने से इजरायल की बेन गुरियन नहर की योजना सफल हो सकती है।
बेन गुरियन नहर परियोजना
- इजरायल नेगेव रेगिस्तान एवं अकाबा की खाड़ी के माध्यम से लाल सागर को भूमध्यसागर से जोड़ना चाहता है।
- बेन गुरियन नहर परियोजना इज़राइल के नेगेव रेगिस्तान के माध्यम से एक नहर काटने का एक सैद्धांतिक प्रस्ताव है, जिससे स्वेज़ नहर के लिए एक वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जा सके।
- 1960 के दशक में इस नहर की कल्पना की गयी थी एवं इसका उद्देश्य यूरोप और एशिया के बीच सबसे छोटे व्यापारिक मार्ग पर मिस्र के एकाधिकार को समाप्त करना था।
- हालाँकि, परियोजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें सैन्य जटिलताएं, उच्च लागत, लंबा मार्ग और सुरक्षा चिंताएं भी शामिल हैं।
स्वेज नहर
- यह मिस्र में एक कृत्रिम समुद्र-स्तरीय जलमार्ग है (17 नवंबर 1869 में पूरा हुआ), जो भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ता है और अफ्रीका एवं एशिया को विभाजित करता है।
- 193 किमी लंबी नहर यूरोप और एशिया के बीच एक प्रमुख व्यापार मार्ग है।
- यह दुनिया का सबसे व्यस्त कैनाल रूट है। वर्ष 2022-23 में करीब 26 हजार शिप इस कैनाल से गुजरे एवं दुनिया की 13 फीसद शिपिंग इस कैनाल से होती है।
- यूरोप और एशिया के बीच की दूरी काफी कम हो गई, जिससे लंदन से मुंबई तक की यात्रा 41% से अधिक कम हो गई।
बेन गुरियन कौन थे?
- डेविड बेन-गुरियन (1886-1973) इज़राइल के संस्थापक और पहले प्रधानमंत्री थे।
- इन्होंने 1948 में इज़राइल राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गुरियन बनाम स्वेज कैनाल
- स्वेज कैनाल लाल सागर और भूमध्य सागर को जोड़ता है।
- इस कैनाल के बन जाने के बाद दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के बीच होने वाले व्यापार में तेजी आई।
- स्वेज कैनाल बनने के बाद दूरी घट गई दरअसल स्वेज कैनाल पर मिस्र का नियंत्रण है और उसे बड़ी मात्रा में राजस्व हासिल होता है।
- इजरायल का मानना है कि अगर स्वेज नहर की तरह बेन गुरियन नहर (1960 के दशक में इसकी कल्पना की गई) को बनाने में कामयाब होता है तो इससे न सिर्फ स्वेज कैनाल पर दूसरे देशों की निर्भरता कम होगी बल्कि इजरायल को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा।
- लाल सागर के पूर्वी हिस्से को गल्फ ऑफ अकाबा के नाम से जाना जाता है इसके माध्यम से इजरायल नेगेवा रेगिस्तान में एक नहर बना कर भूमध्य सागर से जुड़ सकता है।
- नेगेवा रेगिस्तान है जो फिलिस्तीन के कब्जे में है। इस रेगिस्तान को काटकर ही स्वेज नहर का विकल्प बनाया जा सकता है। यह तभी संभव है जब फिलिस्तीन पर इजरायल का नियंत्रण हो। इसलिए इजरायल फिलिस्तीन पर नियंत्रण चाहता है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- स्वेज नहर मिस्र में स्थित प्राकृतिक समुद्र-स्तरीय जलमार्ग है, जो भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ता है और अफ्रीका एवं एशिया को विभाजित करता है।
- डेविड बेन-गुरियन (1886-1973) इज़राइल के संस्थापक और पहले प्रधानमंत्री थे।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) कथन 1 और 2
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : स्वेज कैनाल एवं बेन गुरियन कैनाल के महत्व की विवेचना कीजिए।
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स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस