प्रारम्भिक परीक्षा – ट्यूबरकुलोसिस मुख्य परीक्षा – सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में
हाल ही में लैंसेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट से पता चला है कि बेहतर पोषण एवं वजन बढ़ने से टीबी के मामलों और इससे होने वाली मृत्यु दर में कमी आ सकती है।
प्रमुख बिंदु
- फुफ्फुसीय टीबी (pulmonary TB) के रोगियों के घरेलू संपर्कों से जुड़े परीक्षण में पोषण संबंधी सहायता से टीबी रोग में 39-48% की कमी आई।
- इस रिपोर्ट में तपेदिक (टीबी) रोग की दर में तेजी से कमी लाने और टीबी से होने वाली मृत्यु दर में गिरावट लाने में पोषण की भूमिका को महत्वपूर्ण माना गया है।
- यह परीक्षण अगस्त 2019 और अगस्त 2022 के बीच झारखंड के चार जिलों में आयोजित किया गया था।
- रिपोर्ट के अनुसार मासिक पोषण सहायता के तहत 5 किलो चावल, 1.5 किलो दूध पाउडर, 3 किलो भुना चना आटा, 500 मिलीलीटर तेल और एक सूक्ष्म पोषक तत्व की गोली प्रदान की गई थी।
- रिपोर्ट के अनुसार पहले दो महीनों में वजन बढ़ने से टीबी से मृत्यु दर का जोखिम 60% कम हो गया।
- पोषण सहायता एक टीके के समान टीबी रोग से सुरक्षा प्रदान करती है।
- बेहतर पोषण से सभी प्रकार के टीबी की घटनाओं को 40 प्रतिशत तक और संक्रमक को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
- एक प्रतिशत वजन बढ़ने पर मृत्यु का जोखिम 13 प्रतिशत तक और 5 प्रतिशत वजन बढ़ने पर 61 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
- ये निष्कर्ष केंद्र सरकार के 2025 तक टीबी को समाप्त करने में कारगर हो सकते हैं ।
- राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत टीबी रोगियों को उनके उपचार के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से 500 रुपये की मासिक पोषण सहायता दी जाती है।
- नि-क्षय मित्र कार्यक्रम के तहत रोगियों को मासिक पोषण किट प्रदान किया जा सकता है ।
- डब्ल्यूएचओ के ग्लोबल ट्यूबरकुलोसिस रिपोर्ट 2022 के अनुसार भारत में 2021 में 30 लाख नए टीबी के मामले और 4,94,000 मौतें दर्ज की गईं।
- यह बहुत उत्साहजनक है कि कम लागत वाले भोजन-आधारित पोषण संबंधी हस्तक्षेप से टीबी को काफी हद तक रोका जा सकता है।
टीबी रोग के जोखिम कारक
- कुपोषण (हर साल टीबी के 40% से अधिक मामलों के लिए जिम्मेदार है।)
- मधुमेह
- एचआईवी संक्रमण
- धूम्रपान
- मद्यपान
- अल्पपोषण
टीबी के लक्षण (symptoms of tb)
- खांसी जो 3 सप्ताह या उससे अधिक समय तक बनी रहती है
- सीने में दर्द
- खून या थूक का खांसी के साथ बहार आना
- कमजोरी और थकान
- वजन घटना
- भूख नहीं लगना
- ठंड लगना
- बुखार
- रात में पसीना आना
कारण
- टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) जीवाणु के कारण होता है।
- रोगाणु हवा के माध्यम से फैलते हैं और आमतौर पर फेफड़ों को संक्रमित करते हैं, लेकिन शरीर के अन्य भागों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
- टीबी संक्रामक रोग है।
प्रश्न : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) जीवाणु के कारण होता है।
- भारत से 2030 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल कथन 1
(b) केवल कथन 2
(c) कथन 1 और 2
(d) न तो 1,ना ही 2
उत्तर: (a)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : बेहतर पोषण टीबी के मामले को कैसे कम कर सकती है? भारत से टीबी को समाप्त करने के लिए सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों का वर्णन कीजिए।
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