सबसे बड़े आदिवासी त्योहार मेदाराम जथारा का आयोजन 21 फरवरी से 24 फरवरी 2024 तक तेलंगाना में किया जाएगा।
इसे सम्मक्का सरलम्मा जतारा के नाम से भी जाना जाता है।
यह एक आदिवासी त्योहार है जो एक अन्यायी कानून के खिलाफ एक मां और बेटी (सम्मक्का और सरलम्मा) की लड़ाई का प्रतीक है।
इसका आयोजन कोया जनजाति के लोगों द्वारा किया जाता है ।
यह दो साल में एक बार "माघ" (फरवरी) महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
इसमें लोग देवी-देवताओं को अपने वजन के बराबर मात्रा में बांगरम/सोना (गुड़) चढ़ाते हैं और गोदावरी नदी की सहायक नदी जम्पन्ना वागु में पवित्र स्नान करते हैं।
इसे वर्ष 1996 में राज्य महोत्सव घोषित किया गया था।
यह कुंभ मेले के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा मेला है।