प्रारम्भिक परीक्षा – बिलिगिरि रंगास्वामी मंदिर टाइगर रिजर्व मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 |
संदर्भ
कर्नाटक वन विभाग द्वारा बिलिगिरि रंगास्वामी मंदिर टाइगर रिजर्व या बीआर हिल्स में प्रवेश करने पर हरित कर लागू किया गया है।
प्रमुख बिंदु :-
कर्नाटक वन विभाग के द्वारा हरित कर के तहत दोपहिया वाहनों से 10 रुपये और चार पहिया वाहनों से 20 रुपये तक वसूला जाएगा।
पर्यावरण कर या हरित कर :-
- यह कर उन गतिविधियों पर लगाया जाता है, जिन्हें पर्यावरण के लिए हानिकारक माना जाता है।
- उद्देश्य :- इस कर का उद्देश्य आर्थिक प्रोत्साहन के माध्यम से पर्यावरण के अनुकूल गतिविधियों को बढ़ावा देना है। उदाहरण: कार्बन टैक्स है।
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हरित कर में छूट:-
- कर्नाटक वन विभाग ने बीआरटी टाइगर रिजर्व में, BRT हिल्स के निवासियों के स्वामित्व वाले वाहनों , राज्य संचालित बसों और एम्बुलेंस को हरित कर में छूट दी है।
हरित कर का उपयोग :-
- हरित कर से एकत्रित राशि BRT फंड में जाएगी, जिसे वन्यजीवों की सुरक्षा, पर्यावरण गतिविधियों को बढ़ावा देने, आदिवासियों के कल्याण सहित स्वरोजगार प्रदान करने और आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाने पर खर्च किया जाएगा।
- कर्नाटक वन विभाग बांदीपुर टाइगर रिजर्व और नागराहोल नेशनल पार्क सहित राष्ट्रीय उद्यानों और वन क्षेत्रों से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य राजमार्गों का उपयोग करने वाले मोटर चालकों से भी ग्रीन टैक्स वसूल रहा है।
बिलिगिरि रंगास्वामी मंदिर (BRT) टाइगर रिजर्व :-
- यह टाइगर रिजर्व कर्नाटक के चामराजनगर जिले में स्थित है।
- इस टाइगर रिजर्व का नाम 'बिलिगिरि', सफेद चट्टान से लिया गया है,
- बिलिगिरि हिल्स पर भगवान 'विष्णु' का मंदिर स्थित है, जिन्हें स्थानीय रूप से 'रंगास्वामी' मंदिर के नाम से जाना जाता है।
- इस टाइगर रिजर्व की स्थापना वर्ष 1974 में एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में की गई थी तथा वर्ष 2011 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
- इस टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 574.82 वर्ग किलोमीटर है।
- यह टाइगर रिजर्व दक्षिण भारत में पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट के बीच में स्थित है।
वनस्पति:-
- इस टाइगर रिजर्व में शुष्क पर्णपाती वन, नम पर्णपाती वन, अर्ध-सदाबहार वन, सदाबहार वन और शोला वन आदि पाए जाते हैं।
- इस टाइगर रिजर्व में पाए जाने वाले प्रमुख वनस्पति प्रजातियों में ग्रेविया तेलियाफोलिया, एनोजीसस लैटिफोलिया, डालबर्गिया पैनिकुलता, टर्मिनलिया पैनिकुलता, टर्मिनलिया अल्टा, टर्मिनलिया बेलिरिका आदि पाए जाते हैं।
वन्यजीव:-
- इस टाइगर रिजर्व में बाघ, हाथी, तेंदुआ, बोनट मकाक, बाइसन, सांभर, भौंकने वाले हिरण, चित्तीदार हिरण, चार सींग वाला मृग, स्लॉथ भालू, जंगली सूअर एवं सरीसृपों तथा पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं।
बिलिगिरि रंगास्वामी पहाड़ी:-
- बिलिगिरिरंगना बेट्टा (पहाड़ी) समुद्र तल से लगभग 5,091 फीट की ऊंचाई पर है।
- यह पहाड़ी उत्तर से दक्षिण तक लगभग 16 किमी क्षेत्र में विस्तृत है।
- इसे वन्यजीव गलियारा के रूप में जाना जाता है, जो पूर्वी घाट को पश्चिमी घाट से जोड़ता है।
- यह वन्यजीव गलियारा पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट पर्वत श्रृंखलाओं में रहने वाली वन्यजीव प्रजातियों के बीच जीन प्रवाह को सुविधाजनक बनाता है।
- इस पहाड़ी पर डोड्डा संपिगे मारा (एक बड़ा मिशेलिया चंपका पेड़) एक अनोखा आकर्षक पेड़ स्थित है, जो लगभग 2000 साल पुराना माना जाता है।
- इस पेड़ की सोलिगा जनजाति द्वारा पूजा की जाती है।
- यहां स्थित विवेकानन्द गिरीजन कल्याण केंद्र संरक्षित जनजातीय जानकारी और क्षेत्र की जैव विविधता को प्रदर्शित करता है।
- यहां रहने वाली स्थानीय सोलिगा जनजातियों का मानना है कि चट्टान के अंदर सोना है।
बिलिगिरि रंगनाथ स्वामी मंदिर :-
- बिलिगिरि रंगनाथ स्वामी मंदिर के वास्तविक देवता भगवान वेंकटेश हैं, जिन्हें रंगनाथ के नाम से जाना जाता है।
- इस मंदिर में रामानुज और अलवर की आकृतियाँ स्थापित हैं।
- इस मंदिर के पास कांचीकोटे नामक एक पुराने किले का खंडहर हैं, जिसे शिवानासमुद्र के गंगाराजा (15वीं-16वीं शताब्दी में) ने बनवाया था।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- हाल ही में कर्नाटक वन विभाग द्वारा किस टाइगर रिजर्व में प्रवेश करने पर हरित कर लगाया गया है?
(a) भद्रा टाइगर रिजर्व
(b) बांदीपुर टाइगर रिजर्व
(c) नागराहोल टाइगर रिजर्व
(d) बिलिगिरि रंगास्वामी मंदिर टाइगर रिजर्व
उत्तर: (d)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:- हरित कर के सामाजिक ,आर्थिक एवं पर्यावरणीय महत्व पर चर्चा कीजिए।
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