हाल ही में बिम्सटेक (BIMSTEC) की भविष्य की दिशा पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों के समूह (EPG) की तीसरी बैठक आयोजित हुई।
इसका आयोजन ढाका(बांग्लादेश) में हुआ
इसकी अध्यक्षता थाईलैंड के डॉ. सूनथॉर्न चैयिनदीपम ने की।
वर्तमान में थाईलैंड BIMSTEC की अध्यक्षता कर रहा है।
BIMSTEC
यह बंगाल की खाड़ी के तटवर्ती और समीपवर्ती देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है।
इसका पूरा नाम बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) है।
यह वर्ष 1997 में बैंकॉक घोषणा के माध्यम से अस्तित्व में आया।
इसके 7 सदस्य हैं, जिनमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्याँमार और थाईलैंड शामिल हैं।
इसका मुख्यालय ढाका(बांग्लादेश) में है
इसके उद्देश्यों में शामिल हैं-
तीव्र आर्थिक विकास हेतु वातावरण तैयार करना
शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि में सहयोग करना
क्षेत्र में सामान्य हित के मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देना; आदि
BIMSTEC में प्रतिष्ठित व्यक्तियों का समूह (EPG)
इसमें सभी 7 BIMSTEC सदस्य देशों की प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हैं।
नवलसांग परमार इसके भारतीय सदस्य हैं।
इसकी स्थापना BIMSTEC के भविष्य की दिशा तैयार करने के लिए की गई थी।
इसे सुधार, पुनरुद्धार और BIMSTEC के लिए नए उद्देश्यों की सिफारिश करने का कार्य दिया गया है।
इसे वर्ष 2024 में थाईलैंड में होने वाली छठी बिम्सटेक बैठक से पहले अपनी सिफारिश प्रस्तुत करनी है।