ख़बरों में क्यों?
- हाल ही में तेल अवीव विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने बायो-हाइब्रिड रोबोट विकसित किया है।
- यह जैविक सेंसर से लैस एक नया रोबोट है जो टिड्डियों के एंटीना का उपयोग करता है।
- यह सूँघने की क्षमता से युक्त रोबोट है।
- रोबोट बीमारी का पता लगाने और सुरक्षा जांच में सुधार के लिए इसका उपयोग करता है।
- टिड्डी एंटीना में 50,000 से अधिक घ्राण रिसेप्टर न्यूरॉन्स (Olfactory receptor neurons-ORN) शामिल हैं जो वायुजनित गंधक अणुओं को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करते हैं।
बायो-हाइब्रिड रोबोट के बारे में मुख्य तथ्य
- बायो-हाइब्रिड रोबोट ऐसे रोबोट हैं जो इलेक्ट्रॉनिक और यांत्रिकी जैसे जैविक और कृत्रिम घटकों को एक साथ मिलाते हैं।
- जैविक घटकों का उपयोग करने से रोबोट में निपुणता, अनुकूलन क्षमता और ऊर्जा दक्षता में वृद्धि होती है।