हाल ही में प्रायद्वीपीय भारत में ब्लू-चीक्ड बी-ईटर का पहला प्रजनन स्थल तमिलनाडु के मनाकुडी मैंग्रोव के पास आंदीविलई के मैदानों में खोजा गया।
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ब्लू-चीक्ड बी-ईटर के बारे में
- वैज्ञानिक नाम : मेरोप्स पर्सिकस (Merops persicus)
- वंश : मेरोप्स (Merops)
- कुल : मेरोपिडे (Meropidae)
- आई.यू.सी.एन. स्थिति : संकटमुक्त (Least Concern)
- वैश्विक प्रजनन केंद्र : इसका प्रजनन मुख्य रूप से नील नदी डेल्टा, पाकिस्तान एवं ईरान जैसे क्षेत्रों में दर्ज किया गया है जबकि इसके शीतकालीन आवास क्षेत्र में अफ्रीका के कुछ हिस्से शामिल हैं।
- भारत में पहली बार प्रजनन केंद्र पाया गया है।
- भारत में प्रजनन क्षेत्र के प्रमुख जोखिम : आवास क्षति, विकासात्मक गतिविधियां एवं मानवजनित दबाव
- इन चुनौतियों के बावजूद आंदीविलई इस प्रजाति की अनुकूलन क्षमता को दिखाता है।
- महत्व : ऐतिहासिक रूप से यह पक्षी भारत में शीतकालीन प्रवासी पक्षी के रूप में जाना जाता था।
- तमिलनाडु में नए प्रजनन क्षेत्र की खोज भारतीय उपमहाद्वीप में पक्षी प्रजातियों के महत्वपूर्ण प्रजनन क्षेत्र को चिह्नित करती है जिससे इसकी स्थिति मौसमी प्रवासी से बदलकर वर्षभर की स्थाई पक्षी के रूप में हो गई है।
- पर्यावरणविदों ने ब्लू-चीक्ड बी-ईटर के घोंसले के स्थलों की रक्षा करने का सुझाव दिया है क्योंकि यह देश में प्रजनन आबादी के लिए एकमात्र ज्ञात केंद्र है।