प्रारम्भिक परीक्षा – ब्रिक्स शिखर सम्मेलन- 2023 मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-2 |
सन्दर्भ
- ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22 से 24 अगस्त तक जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में आयोजित किया जा रहा है।
प्रमुख बिंदु
- 2019 के बाद पहली बार ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेता एक मंच पर दिखाई देंगे।
- यह सम्मेलन कोरोना महामारी और उसके बाद के वैश्विक प्रतिबंधों के उभरने के बाद व्यक्तिगत रूप से आयोजित होने वाला पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा।
ब्रिक्स क्या है?
- ब्रिक्स दुनिया की पांच प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के एक संगठन का नाम है। इस संगठन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। ब्रिक्स शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता हर साल इसके सदस्य राष्ट्रों की ओर से की जाती है।
- पांच देशों में से हर साल बदल-बदल कर इस सम्मेलन की मेजबानी की जाती है। 2023 के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका कर रहा है।
कब हुई थी स्थापना
- ब्रिक्स की स्थापना जून 2006 में हुई थी। पहले इसमें चार देश ब्राजील, रूस, भारत और चीन शामिल थे, जिससे इसका नाम ब्रिक (BRIC ) था।
- 2010 में इस संगठन में दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हो गया। जिसके बाद इस संगठन का नाम बदल गया। ये BRIC से बदलकर BRICS हो गया।
- 2009 में पहला ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस संगठन के विस्तार पर विचार किया जा रहा है।
ब्रिक्स की स्थापना का उद्देश्य
- ब्रिक्स का पहला उद्देश्य राजनीतिक और सुरक्षा है। इसके तहत ब्रिक्स में शामिल देशों में वैश्विक, क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक राजनीतिक क्षेत्रों में संवाद बढ़ाना है।
- दूसरा उद्देश्य आर्थिक और वित्तीय है। इसके अनुसार व्यापार, कृषि और बुनियादी ढांचे सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है। इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक, शैक्षणिक, युवा और खेल क्षेत्र में ब्रिक्स में शामिल देश के लोगों के संपर्क को मजबूत करना है।
'ब्रिक्स प्लस' क्या है?
- 'ब्रिक्स प्लस', ब्रिक्स संगठन में होने वाला विस्तार है।
- ब्रिक्स वैश्विक आबादी का 41 प्रतिशत, ग्लोबल जीडीपी का 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। जिस कारण से कई देश इसमें शामिल होना चाहते है।
- एक रिपोर्ट्स के अनुसार, 40 से अधिक देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो 23 देशों ने औपचारिक रूप से आवेदन भी कर दिया है। ये दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के शेरपाओं के बीच चल रही मौजूदा चर्चा का विषय हैं ।
ब्रिक्स शिखर सम्मलेन,2023 का एजेंडा क्या है?
- ब्रिक्स शिखर सम्मलेन में इस बार की चर्चा राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक समन्वय के क्षेत्रों पर केंद्रित होगा।
- इसमें सदस्य देश व्यापार के अवसर, आर्थिक आपूर्ति और सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करेंगे। ब्रिक्स के अध्यक्ष के रूप में दक्षिण अफ्रीका पारस्परिक रूप से त्वरित विकास, सतत विकास और समावेशी बहुपक्षवाद पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
- इसमें वैश्विक संस्थानों में सुधार और शांति प्रक्रियाओं में महिलाओं की सार्थक भागीदारी को मजबूत करना भी शामिल है।
- शिखर सम्मेलन के एजेंडे में ब्लॉक के विस्तार पर चर्चा होने की संभावना है।
- यूक्रेन के साथ युद्ध को लेकर कूटनीतिक अलगाव का सामना कर रहे रूस ने विस्तार का समर्थन किया है। चीन ने भी समूह के विस्तार का समर्थन किया है।
- भारत की सबसे बड़ी चिंता यह है कि ब्रिक्स 'चीन-केंद्रित' ब्लॉक न बन जाए। इससे पहले अगस्त में ब्राजील के राष्ट्रपति डी सिल्वा ने कहा था कि वह ब्रिक्स समूह में और अधिक देशों के शामिल होने के पक्ष में हैं।
संभावना
- जी-7 की संयुक्त जीडीपी तक पहुंच रही ब्रिक्स की अर्थव्यवस्था :
- वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ब्रिक्स दुनिया के विकास का इंजन है और विनिर्माण प्रक्रिया में उल्लेखनीय बदलाव के साथ इस पांच सदस्यीय संगठन की अर्थव्यवस्था जी-7 देशों की संयुक्त जीडीपी तक पहुंचने वाली है।
प्रारम्भिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित में से 'ब्रिक्स' समूह की स्थापना कब हुई थी?
(a) मई 2006
(b) जून 2006
(c) मई 2009
(d) जून 2006
उत्तर (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: ब्रिक्स संगठन बनाने का उद्देश्य क्या है तथा इसमें भारत की भूमिका पर चर्चा कीजिए।
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