संदर्भ
कुछ समय से जम्मू-कश्मीर के डोडा ज़िले में पैदा होने वाले एक विशेष प्रकार के मशरूम के लिये भौगोलिक संकेतक की माँग की जा रही है। इसको विश्व के सबसे महँगे मशरूमों में से एक माना जाता है।
मुख्य बिंदु
- समशीतोष्ण वनों में पाए जाने वाले इस मशरूम को स्थानीय स्तर पर‘गुच्छी’ (Gucchi) अथवा ‘मोरेल’ (Morel) कहा जाता है।
- यह मशरूम स्थानीय स्तर पर किसानों और आदिवासियों द्वारा एकत्रित की जाने वालीवनोपज है, जिसमें औषधीय और प्रतिदाहक (Anti-Inflammatory) गुण पाए जाते हैं।
भौगोलिक संकेतक (Geographical Indication- GI)
- जी.आई. टैग किसीकृषि, प्राकृतिक अथवा विनिर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प तथा औद्योगिक वस्तु) को प्रदान किया जाता है, जो किसी विशिष्ट क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है या जिसे किसी निश्चित क्षेत्र में ही उगाया या निर्मित किया जाता है।
- जी.आई. टैग कोऔद्योगिक सम्पत्ति के संरक्षण के लिये ‘पेरिस कन्वेंशन’ के अंतर्गत बौद्धिक सम्पदा अधिकारों (IPRs) के घटक के रूप में शामिल किया जाता है।
- जी.आई. टैग प्राप्त होने पर किसी उत्पाद तथा उसके उत्पादकों को संरक्षण प्रदानकिया जाता है, जिससे राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में इन उत्पादों के मूल्य निर्धारण में सहायता मिलती है और ऐसे उत्पादों की गुणवत्ता व विशिष्टता सुनिश्चित होती है।
- उल्लेखनीय है कि‘दार्जलिंग टी’ वर्ष 2004 में जी.आई. टैग प्राप्त करने वाला प्रथम भारतीय उत्पाद है।