New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back

बस्टर्ड रिकवरी प्रोग्राम

परिचय:

  • बस्टर्ड प्रजातियाँ भारत में संकटग्रस्त स्थिति में हैं।
  • इनके संरक्षण हेतु राष्ट्रीय स्तर पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

भारत में पाई जाने वाली बस्टर्ड की 4 प्रजातियाँ:

  • ग्रेट इंडियन बस्टर्ड 
  • लेसर फ्लोरिकन 
  • बंगाल फ्लोरिकन
  • मैक्वीन बस्टर्ड

इतिहास और विकास:

वर्ष

विवरण

2013

राष्ट्रीय बस्टर्ड रिकवरी योजना की शुरुआत

2016

योजना का नाम बदलकर बस्टर्ड रिकवरी प्रोजेक्ट

2025

परियोजना की अवधि बढ़ाकर 2033 तक की गई

प्रमुख क्रियान्वयन एजेंसी:

  • भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII)

वित्त-पोषण एजेंसी:

  • राष्ट्रीय प्रतिपूरक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (CAMPA)

भागीदारी एजेंसियाँ:

  • पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय
  • राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र के वन विभाग

प्रमुख उद्देश्य:

  • Conservation Breeding:
    • GIB और लेसर फ्लोरिकन का एक्स-सीटू संरक्षण
  • Applied Research: व्यवहारिक अनुसंधान कार्य
  • Capacity Building & Outreach: प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम
  • Surgical Habitat Management:घासभूमियों और निवास क्षेत्रों का वैज्ञानिक प्रबंधन

सहयोगी संस्थाएँ:

संस्था

कार्य

BNHS (1883 से सक्रिय)

अनुसंधान और संरक्षण गतिविधियाँ

Corbett Foundation

प्राकृतिक आवास संरक्षण

Human Society International

वन्यजीव संरक्षण समर्थन

Reneco / IFHC

हौबारा संरक्षण का अंतर्राष्ट्रीय सहयोग

Jivdaya Charitable Trust

पुनर्वास और देखभाल

The Grasslands Trust

घासभूमियों का संरक्षण

ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB): संरक्षण व स्थिति

परिचय:

  • ये एक स्थानिक (Endemic) पक्षी प्रजाति है, जो केवल भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है।
  • यह विश्व की सबसे संकटग्रस्त पक्षी प्रजातियों में से एक है।

प्रमुख आवास क्षेत्र (Habitat):

  • भारत: राजस्थान और गुजरात में सर्वाधिक संख्या
  • अन्य राज्य: महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश
  • खुले घास के मैदान (Grasslands) मुख्य आवास हैं।

संरक्षण स्थिति:

संस्था / अधिनियम

स्थिति

IUCN (LU)

Critically Endangered (CR)

CITES

परिशिष्ट-I (Appendix I)

WPA, 1972

अनुसूची-1 (Schedule I)

मुख्य खतरे:

  • शिकार
  • बिजली की हाई वोल्टेज लाइनों से टकराव
  • कीटनाशकों (विशेषतः ऑर्गेनोफॉस्फेट्स) से विषाक्तता
  • निवास स्थान का विखंडन और अतिक्रमण

संरक्षण प्रयास:

  • प्रमुख संरक्षित क्षेत्र:
    • मरुस्थल राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान
    • लाला बस्टर्ड अभयारण्य, नलिया (गुजरात)
  • संरक्षण प्रजनन केंद्र:
    • राजस्थान में सक्रिय
    • जैसलमेर में राष्ट्रीय संरक्षण व प्रजनन केंद्र
    • कृत्रिम गर्भाधान (Artificial Insemination) की पहल
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग:
    • नेशनल एवियन रिसर्च सेंटर (NARC), अबू धाबी
    • भारतीय कर्मचारियों को कृत्रिम प्रजनन तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान
  • शोध व तकनीकी प्रयास:
    • सर्जिकल हैबिटेट मैनेजमेंट: संरक्षित घासभूमियों का वैज्ञानिक प्रबंधन
    • Telemetry & GPS Tracking: GIB की आवाजाही पर निगरानी
    • Awareness Campaigns: स्थानीय समुदायों में जागरूकता बढ़ाना
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR