भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड पर प्रतिबंध का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए व्यापारियों को सचेत किया है।
कैल्शियम कार्बाइड
कैल्शियम कार्बाइड एक अत्यधिक प्रतिक्रियाशील यौगिक है
इसका उपयोग आमतौर पर आम जैसे फलों को पकाने के लिए किया जाता है
इससे एसिटिलीन गैस निकलती है जिसमें आर्सेनिक और फास्फोरस के हानिकारक अंश होते हैं।
इसका निर्माण इलेक्ट्रिक आर्क भट्टी में चूने और कार्बन के मिश्रण को 2000 से 2100°C तक गर्म करके किया जाता है।
इससे चक्कर आना, बार-बार प्यास लगना, जलन, कमजोरी, उल्टी और त्वचा पर अल्सर आदि गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
इसका उपयोग खनन और धातु उद्योगों के साथ-साथ एसिटिलीन गैस के उत्पादन में भी किया जाता है।
खाद्य सुरक्षा और मानक (बिक्री पर निषेध और प्रतिबंध) विनियम, 2011 के तहत फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने भारत में फलों को पकाने के लिए एक सुरक्षित विकल्प के रूप में एथिलीन गैस के उपयोग की अनुमति दी है।