New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 20 Jan, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 5 Jan, 10:30 AM Call Our Course Coordinator: 9555124124 GS Foundation (P+M) - Delhi: 20 Jan, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 5 Jan, 10:30 AM Call Our Course Coordinator: 9555124124

कार्बन बम

चर्चा में क्यों 

हाल ही में द गार्जियन पत्रिका ने अपने एक शोध में 'कार्बन बम' शब्द का प्रयोग किया है। इस पत्रिका में दुनिया भर के देशों और निजी कंपनियों द्वारा संचालित 195 'कार्बन बम' परियोजनाओं की पहचान की गई है।

कार्बन बम

  • कार्बन बम के अंतर्गत मुख्यतः कोयला, तेल और गैस से संबंधित परियोजनाएं शामिल है, जो पर्यावरण में भारी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन के साथ ही ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देती है। ये परियोजनाएँ अपने जीवनकाल में 1 अरब टन से अधिक कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) का उत्सर्जन करती है।
  • पर्यावरणविदों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा इन कार्बन बमों की पहचान करने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिये ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही है।
  • विदित है कि कोयला, तेल या गैस निष्कर्षण से प्रदूषण और पर्यावरण का क्षरण होता है। इसके अलावा, ईंधन को जलाए जाने से कार्बन उत्सर्जन व्यापक मात्रा में होता है।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR