मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1 |
चर्चा में क्यों
- केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पी.वी. नरसिम्हा राव तथा वैज्ञानिक एम.एस स्वामीनाथन को देश के प्रति उनके अतुलनीय योगदान हेतु देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने की घोषणा की।
- इसी वर्ष केंद्र सरकार द्वारा पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न देने की घोषणा पहले ही हो चुकी है।
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह
- चौधरी चरण सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के नूरपुर में 23 दिसंबर, 1902 में एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में हुआ था।
- इन्होंने वर्ष 1923 में विधि में स्नातक (LLB) और वर्ष 1925 में विधि में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की।
- वर्ष 1928 ई. में चौधरी चरण सिंह ने गाजियाबाद में वकालत का कार्य शुरू किया।
- वर्ष 1930 में महात्मा गांधी के सविनय अवज्ञा आंदोलन में शामिल हुए और हिंडन नदी (उत्तरप्रदेश) में नमक बनाकर नमक कानून का विरोध किया था।
- चरण सिंह पहली बार वर्ष 1937 में छपरौली विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे।
- वर्ष 1946, 1952, 1962 एवं 1967 में विधानसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और सरकार के विभिन्न विभागों के पदों पर रहते हुए अपना योगदान दिया।
- वर्ष 1946 में संसदीय सचिव, राजस्व, चिकित्सा एवं लोक स्वास्थ्य, न्याय, सूचना जैसे विभिन्न विभागों में अपना सहयोग दिया।
- जून, 1951 में राज्य के कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया एवं न्याय तथा सूचना विभागों का प्रभार दिया गया।
- वर्ष 1952 में डॉ. सम्पूर्णानन्द के मंत्रिमंडल में राजस्व एवं कृषि मंत्री के रूप में कार्य प्रभार संभाला।
- अप्रैल, 1959 में राजस्व एवं परिवहन विभाग का प्रभार संभाला हुआ था।
- चौधरी चरण सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी अपना सहयोग दिया
- 03 अप्रैल, 1967 से 25 फरवरी, 1968
- 18 फ़रवरी, 1970 से 1 अक्टूबर 1970 तक
- उत्तर प्रदेश में भूमि सुधार, ग्रामीण देनदारों के लिए विभागीय ऋणमुक्ति विधेयक, 1939 को तैयार करने का चौधरी चरण सिंह ने अहम भूमिका अदा की थी।
- चौधरी चरण सिंह ने मुख्यमंत्री के रूप में जोत अधिनियम, 1960 (जो जमीन रखने की अधिकतम सीमा को कम करने के उद्देश्य से लाया गया था) लेकर आए जिससे राज्य में जोत की स्थिति एक समान हो सके।
- चौधरी चरण सिंह अत्यंत साधारण जीवन शैली में रहना पसंद करते थे जो अपने खाली समय में विभन्न पुस्तके पढ़ने और लिखने में रुचि रखते थे। जैसे-
- जमींदारी उन्मूलन
- भारत की गरीबी और उसका समाधान
- किसानों की भूसंपत्ति या किसानों के लिए भूमि
- प्रिवेंशन ऑ डिवीन ऑ होल्डिंग्स बिलो ए सर्टेन मिनिमम
- को-ऑपरेटिव फार्मिंग एक्स-रेड
- चौधरी चरण सिंह व्यवहारवादी, वाक्पटुता, दृढ़ विश्वास और एक प्रतिभाशाली सांसद रूप में जाने जाते थे।
- वर्ष 1979 में देश के वित्त मंत्री और उप-प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की स्थापना में अपनी भूमिका अदा की।
- 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 की समय अवधि में चौधरी चरण सिंह भारत के प्रधानमंत्री रहे।
- प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए कभी भी संसद नहीं जाने वाले प्रधानमंत्री
- इन्होंने जनता दल की स्थापना की जिससे आगामी दशकों में अलग-अलग राजनैतिक दल बने
- बीजू जनता दल
- राष्ट्रीय जनता दल
- जनता दल (यूनाइटेड)
- जनता दल (सेक्युलर)
- राष्ट्रीय लोकदल (उनके बेटे अजीत सिंह की पार्टी)
- देश के महान किसान नेता के रूप में ख्याति प्राप्त करने वाले चौधरी चरण सिंह का निधन 29 मई 1987 को हो गया।
पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी नरसिम्हा राव
- इनका जन्म 28 जून 1921 को करीमनगर में हुआ था।
- उनका पूरा नाम पामुलापार्ती वेंकट नरसिम्हा राव
- इन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी (हैदराबाद), मुंबई यूनिवर्सिटी और नागपुर विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूर्ण की।
- आंध्र प्रदेश राज्य से इन्होंने अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था।
- वर्ष 1957 से वर्ष 1977 तक आंध्र प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे थे।
- पी.वी नरसिम्हा राव ने आंध्र प्रदेश राज्य सरकार में अहम भूमिका अदा की जिसमें वर्ष 1962 से 1967 तक कानून एवं सूचना मंत्री, वर्ष1967 में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री और वर्ष 1968 से 1971 तक शिक्षा मंत्री पद पर रहते हुए अपने कार्यों का निर्वहन किया।
- वर्ष 1971 से 1973 की अवधि में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर कार्य भार संभाला।
- वर्ष 1977 से 1984 की समयावधि में लोकसभा के सदस्य रहे साथ ही 14 जनवरी 1980 से 18 जुलाई 1984 के मध्य देश के विदेश मंत्री के रूप में अपना बहुमूल्य योगदान दिया था।
- दिसंबर 1984 में रामटेक से आठवीं बार लोकसभा के लिए चुने गए थे।
- 19 जुलाई 1984 से 25 सितंबर 1985 के मध्य इन्होंने गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री का कार्यभार संभाला।
- 20 जून 1991 से 16 मई 1996 की समय अवधि में वे भारत के 9वें प्रधानमंत्री के रूप में अपनी भूमिका निभाई थी
- दक्षिण भारत से देश के पहले प्रधानमंत्री थे।
- ये वही समय अवधि थी जब देश आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहा था
- नरसिम्हा राव ने देश के वित्तमंत्री का कार्यभार डॉ. मनमोहन सिंह को सौंपा जिन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण की शुरुआत की।
- पी. वी नरसिम्हा राव को राजनीति के अलावा संगीत, कला और साहित्य आदि क्षेत्रों में अच्छी समझ रखते थे।
- नरसिम्हा राव 18 भाषाएं भाषाओं में सहज थे जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, उर्दू, मराठी, गुजराती, उड़िया, अरबी, फारसी, स्पेनिश, बंगाली, फ्रेंच, जर्मन, ग्रीक और लैटिन भाषा थी।
- नरसिम्हा राव का निधन 23 दिसंबर, 2004 को हुआ।
वैज्ञानिक एम.एस स्वामीनाथन
- प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम. एस स्वामीनाथन का जन्म 7 अगस्त, 1925 को तमिलनाडु के कुंबकोणम में हुआ था।
- इनका पूरा नाम मनकोम्बु संबासिवन स्वामीनाथन है
- इन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक कहा जाता है।
- हरित क्रांति कार्यक्रम के तहत अधिक उपज देने वाले गेहूं और चावल के बीजों का विकास किया गया जिससे भारत को दुनिया में खाद्यान्न की कमी वाले देश से उबारकर आत्मनिर्भर बना में सहयोग मिला।
- इन्हें वर्ष 1971 में मैग्सेसे पुरस्कार, वर्ष 1986 में अल्बर्ट आइंस्टीन वर्ल्ड साइंस पुरस्कार, वर्ष 1987 में पहला विश्व खाद्य पुरस्कार और वर्ष 1989 में यूनेस्को गांधी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था।
- डॉ. स्वामीनाथन को वर्ष 1967 में पद्मश्री, वर्ष 1972 में पद्मभूषण और वर्ष 1989 में पद्मविभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व से न केवल भारतीय कृषि में बदलाव आया बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित हुई।
- डॉ. स्वामीनाथन का निधन 28 सितंबर, 2023 को हुआ।
भारत रत्न (Bharat Ratna)
- यह सम्मान राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में व्यक्ति के अभूतपूर्व योगदान को ध्यान में रखकर दिया जाता है।
- भारत रत्न देने की शुरुआत 02 जनवरी,1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की ।
- पहली बार साल 1954 में पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन, डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन और स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
- खिलाड़ियों में सिर्फ सचिन तेंडुलकर को यह पुरस्कार मिला है।
- विदेशी मूल के तीन लोगों को भी यह सम्मान दिया जा चुका है।
- इनमें मदर टेरेसा, खान अब्दुल गफ्फार खान और नेल्सन मंडेला शामिल हैं।
- अब तक पांच राष्ट्रपतियों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है।
वर्ष
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भारत रत्न प्राप्तकर्ता व्यक्ति
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1954
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राजगोपालाचारी, सीवी रमन और एस. राधाकृष्णन
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1955
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मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया,पंडित जवाहर लाल नेहरू और डॉ. भगवान दास
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1957
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पंडित गोविंद वल्लभ पंत
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1958
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डॉ. धोंडो केशव कर्वे
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1961
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पुरुर्षोत्तम दास टंडन, बिधान चंद्र रॉय
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1962
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डॉ राजेंद्र प्रसाद
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1963
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डॉ जाकिर हुसैन, डॉ. पांडुरंग वामन काणे
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1966
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लाल बहादुर शास्त्री(मरणोपरांत)
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1971
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इंदिरा गांधी
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1975
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वीवी गिरी
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1976
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के.कामराज(मरणोपरांत)
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1980
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मदर टेरेसा
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1983
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आचार्य विनोवा भावे(मरणोपरांत)
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1987
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खान अब्दुल गफ्फार खान
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1988
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मनिदुर गोपालन रामचन्द्रन (मरणोपरांत)
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1990
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डॉ. नेल्सन रोलीहलाहला मंडेला, डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (मरणोपरांत)
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1991
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राजीव गांधी (मरणोपरांत) ,मोरारजी रणछोड़जी देसाई , सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरांत)
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1992
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सत्यजीत रे (मरणोपरांत), जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (मरणोपरांत)
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1997
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अरुणा आसफ अली (मरणोपरांत), गुलजारी लाल नंदा (मरणोपरांत) और डॉ अब्दुल कलाम आजाद
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1998
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मदुरै शन्मुखवदिवु सुब्बालक्ष्मी, चिदम्बरम सुब्रमण्यम, गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत)
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1999
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जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत), प्रो अमर्त्य सेन,पंडित रविशंकर
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2001
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उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, सुश्री लता दीनानाथ मंगेशकर
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2009
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पंडित भीमसेन गुरुराज जोशी
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2014
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सचिन रमेश तेंदुलकर, प्रोफेसर चिंतामणि नागेसा रामचन्द्र राव
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2015
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अटल बिहारी वाजपेई, पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत)
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2019
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प्रणब मुखर्जी, डॉ. भूपेन्द्र कुमार हजारिका (मरणोपरांत), नानाजी देशमुख (मरणोपरांत)
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प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।
- पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पी.वी नरसिंहा राव तथा वैज्ञानिक एम.एस स्वामीनाथन को देश के प्रति उनके अतुलनीय योगदान हेतु देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' दिया गया है।
- यह सम्मान राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में व्यक्ति के अभूतपूर्व योगदान को ध्यान में रखकर दिया जाता है।
- भारत रत्न देने की शुरुआत 02 जनवरी,1951 को राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (b)
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स्रोत :the hindu