भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने कॉरपोरेट बॉन्ड से जुड़ी सभी सूचनाओं को एकीकृत करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ‘बॉन्ड सेंट्रल’ नामक एक केंद्रीकृत डेटाबेस पोर्टल लॉन्च किया है।
बॉन्ड सेंट्रल: परिचय और उद्देश्य
‘बॉन्ड सेंट्रल’ पोर्टल को ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म प्रोवाइडर्स (OBPP) एसोसिएशन द्वारा स्टॉक एक्सचेंजों और डिपॉजिटरी वाले मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशंस (MII) के सहयोग से विकसित किया गया है।
इसका मुख्य उद्देश्य भारत में जारी कॉरपोरेट बॉन्ड पर सूचना का एकल, प्रामाणिक स्रोत बनाना है।
यह आम जनता के लिए निःशुल्क उपलब्ध होगा और निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा।
बॉन्ड सेंट्रल की प्रमुख विशेषताएँ
एकीकृत सूचना स्रोत – यह एक्सचेंजों और जारीकर्ताओं के कॉरपोरेट बॉन्ड का एक केंद्रीकृत डेटाबेस प्रदान करता है।
पारदर्शिता और तुलना – निवेशक कॉरपोरेट बॉन्ड की कीमतों की तुलना सरकारी प्रतिभूतियों (G-Sec) और अन्य निश्चित आय सूचकांकों से कर सकते हैं।
जोखिम आकलन और प्रकटीकरण– निवेशकों को विस्तृत जोखिम आकलन, बॉन्ड दस्तावेज़ और अन्य प्रकटीकरणों तक आसान पहुंच मिलेगी।
सूचना मानकीकरण – यह प्लेटफॉर्म कॉरपोरेट बॉन्ड से संबंधित डेटा को मानकीकृत करता है, जिससे सूचना विषमता कम होती है और बाजार में विश्वास बढ़ता है।
सेबी का बयान और भविष्य की योजना
सेबी ने कहा कि ‘बॉन्ड सेंट्रल’ का पहला चरण गुरुवार को शुरू किया गया है।
हितधारकों की प्रतिक्रिया के आधार पर इसमें अतिरिक्त सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI)
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) भारत में पूंजी बाजार को नियंत्रित करने वाली एक स्वायत्त नियामक संस्था है।
इसका मुख्य उद्देश्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना, बाजार की पारदर्शिता सुनिश्चित करना और पूंजी बाजार के सुचारू संचालन को बनाए रखना है।
SEBI की स्थापना और उद्देश्य
स्थापना:12 अप्रैल 1988 (एक गैर-सांविधिक संस्था के रूप में),
विधायी अधिकार: 30 जनवरी 1992
मुख्यालय: मुंबई, महाराष्ट्र
मुख्य उद्देश्य:
निवेशकों के अधिकारों की सुरक्षा
शेयर बाजार और वित्तीय बाजारों की निगरानी
धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार गतिविधियों को रोकना
कॉरपोरेट प्रशासन में सुधार
नवाचार और बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना
हाल ही में SEBI द्वारा शुरू किए गए केंद्रीकृत डेटाबेस पोर्टल का नाम क्या है?